
Pramod Kumar Singh Passed Away: बिहार के कैमूर जिले में राजनीतिक और सामाजिक जगत के लिए एक दुखद समाचार सामने आया है। भभुआ विधानसभा क्षेत्र के तीन बार विधायक रह चुके डॉ. प्रमोद कुमार सिंह (64) का आकस्मिक निधन हो गया। हार्ट अटैक के कारण उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और उन्हें वाराणसी ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे कैमूर जिले और राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ. प्रमोद कुमार सिंह भभुआ विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके थे। वे दो बार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के टिकट पर और एक बार लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर चुने गए। इसके साथ ही वे जनता दल (यूनाइटेड) के जिलाध्यक्ष के रूप में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके थे। प्रमोद कुमार सिंह अपनी सरलता, मृदुभाषी स्वभाव और ईमानदारी के लिए जाने जाते थे। उनके समर्थकों और क्षेत्र के लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि वे राजनीतिक दलों से ऊपर उठकर जनसेवा में विश्वास करते थे।
उनके निधन पर बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "डॉ. प्रमोद कुमार सिंह का जाना कैमूर जिले के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे सार्वजनिक जीवन में एक ऐसा व्यक्तित्व थे, जो दल और पार्टी से ऊपर उठकर अपने नैतिक दायित्वों का निर्वहन करते थे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। भारतीय जनता पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है।"
जनता दल (यूनाइटेड) ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में डॉ. प्रमोद कुमार सिंह को श्रद्धांजलि दी। पार्टी ने लिखा, भभुआ के पूर्व विधायक प्रमोद कुमार सिंह जी के आकस्मिक निधन पर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने शोकाकुल परिजनों से दूरभाष पर बात कर सांत्वना दी है। निश्चित रूप से उनका जाना राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है। जदयू परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि।
डॉ. प्रमोद कुमार सिंह को लेकर क्षेत्र के लोगों और उनके साथ काम कर चुके नेताओं का कहना है कि उनका योगदान कैमूर जिले के विकास और सामाजिक उत्थान के लिए अमूल्य था। उन्होंने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में कई अहम कदम उठाए।
उनकी कार्यशैली के बारे में बोलते हुए श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा, वे मृदुभाषी और सामाजिक जीवन के प्रति बेहद समर्पित थे। उनकी कार्यशैली ने क्षेत्र के लोगों को हमेशा प्रेरित किया। उनका जाना न केवल कैमूर के लिए, बल्कि पूरे बिहार के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
डॉ. प्रमोद कुमार सिंह के निधन से उनके परिवार पर गहरा दुख छाया हुआ है। उनके समर्थक और क्षेत्रवासी भी इस समाचार से स्तब्ध हैं। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को पारिवारिक रीति-रिवाजों के अनुसार किया जाएगा।
कैमूर जिले में इस समय शोक की लहर है। क्षेत्र के लोग और राजनीतिक दलों के नेता उनके निधन को एक युग का अंत मान रहे हैं। उनके निधन ने एक ऐसा शून्य पैदा कर दिया है, जिसे भर पाना मुश्किल होगा। डॉ. प्रमोद कुमार सिंह का जीवन और उनका योगदान हमेशा उनके समर्थकों और क्षेत्रवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिवार को इस कठिन समय में धैर्य और साहस प्रदान करें।
Published on:
22 Jan 2025 03:21 pm
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