हर साल 5 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार का उद्देश्य देश में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान को सम्मानित करना है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन शिक्षकों को सम्मानित करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है।
इस वर्ष शिक्षकों का चयन तीन चरणों वाली चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। इस प्रक्रिया में जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों का चयन शामिल है। शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग हर साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर का समारोह आयोजित करता है। इसमें कठिन, पारदर्शी और ऑनलाइन चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
राज्य सरकार, संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन, स्थानीय निकायों और राज्य क्षेत्र बोर्ड से संबद्ध, संचालित व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और स्कूल प्रमुख इस पुरस्कार के लिए पात्र हैं। केन्द्र सरकार के स्कूल, यानी केन्द्रीय विद्यालय (केवी), जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी), रक्षा मंत्रालय (एमओडी) द्वारा संचालित सैनिक स्कूल, परमाणु ऊर्जा शिक्षा सोसायटी (एईईएस) द्वारा संचालित स्कूल, और जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा संचालित एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) और केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससीई) से संबद्ध स्कूल भी इसके लिए मान्य हैं।