
Hezbollah chief Nasrallah Death: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को निशाना बनाने के लिए इजरायल महीनों से तैयारी कर रहा था। नसरल्लाह की खूबी यह थी कि वह महीनों तक सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आता और लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहता था। इसलिए नसरल्लाह पर हमले का समय वह चुना गया जबकि वह अपनी सुरक्षा के लिए कुछ लापरवाह हो। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की अमरीका यात्रा एक ऐसा ही अवसर थी, जबकि हिजबुल्लाह चीफ को लगा कि नेतन्याहू के बाहर रहने के चलते उस पर हमला नहीं होगा। लेकिन यही अवसर था जबकि इजरायल ने उसकी तलाश में अपना इंटेलिजेंस सबसे अधिक अलर्ट पर रखा।
इस दौरान नसरल्लाह की लोकेशन पता करने के लिए इजरायल अपने ईरानी जासूस का उपयोग किया, जिससे उसकी सटीक जानकारी मिल सके। यह जानकारी इजरायल ने अपने अन्य स्रोतों से पुख्ता करने के 5 मिनट के अंदर ही पीएम नेतन्याहू की सहमति लेते हुए हमला कर दिया। हमला इतना भीषण था कि 60 फीट नीचे बेहद सुरक्षित बंकर में बैठा नसरल्लाह घायल नहीं होते हुए भी बच नहीं सका। नसरल्लाह का शव बरामद हो गया है, जिससे साफ है कि हमले में उसे कोई चोट नहीं पहुंची। उसकी मौत की वजह, ब्लास्ट के बाद दम घुटना और ट्रोमा बताया माना जा रहा है। फिलहाल नसरल्लाह के अंतिम संस्कार नहीं करते हुए, उसका शव सुरक्षित रख लिया गया है।
इजरायल सेना ने रविवार को भी लेबनान में इजरायली ठिकानों पर हमले किए, जिसमें हिजबुल्लाह के एक और सीनियर कमांडर नबील काउक की मौत हो गई। प्रभावशाली नबील की मौत हिजबुल्लाह के लिए दोहरा झटका है।
शुक्रवार को बेरूत स्थित हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर इजरायली हवाई हमले में इसके नेता हसन नसरल्लाह के साथ-साथ 20 से अधिक मिलिटेंट मारे गए। इजरायल ने कहा है कि यह मुख्यालय आवासीय भवनों के नीचे, संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल के नजदीक बिल्कुल करीब था। मरने वालों में हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कराकी, नसरल्लाह की निजी
नसरल्लाह के सलाहकार समीर तौफीक दीब, सेना के रणनीतिकार अब्द अल-आमिर मुहम्मद सब्लिनी, शस्त्रागार प्रमुख अली नायेफ अयूब भी हैं। जाजिनी और दीब नसरल्लाह के सबसे करीबी लोग और संगठन के आंख और कान थे। इन्हें नसरल्लाह की चल रही कार्यप्रणाली के बारे में सारी जानकारी होती थी। इनके मरने के बाद अब हिजबुल्लाह को संभलने में लंबा समय और चुनौतीपूर्ण हो सकता है। माना जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों में इजरायल ने रणनीति बनाकर हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप का खात्मा कर दिया है, जिससे समूह में अभूतपूर्व नेतृत्व का संकट खड़ा हो गया है।
लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर इजरायली बमबारी के बीच अमरीका ने भी अपनी इलाके में अपनी एयरफोर्स को उतार दिया है। अमरीका ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट और अलकायदा से जुड़े आतंकवादी समूह के ठिकानों पर हमले किए हैं। सीरिया में दो हमलों में चरमपंथी इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह और अलकायदा संबंधी एक समूह से जुड़े 37 आतंकवादी मारे गए। अमरीकी सेंट्रल कमांड के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी सीरिया में अलकायदा से जुड़े हुर्रास अल-दीन समूह के एक शीर्ष आतंकवादी और आठ अन्य को निशाना बनाया गया।
रूसी विदेश मंत्रालय ने नसरल्लाह को निशाने बनाए जाने के कृत्य को एक और राजनीतिक हत्या करार दिया है। वहीं चीन ने सभी पक्षों से इस मामले में संयम बरतते हुए तनाव नहीं बढ़ाने का आह्वान किया है। वहीं, ईरान ने कहा है कि वह इजरायल के इस कृत्य का बदला जरूर लेगा।
Published on:
29 Sept 2024 08:23 pm
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