31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हिमाचल : विश्व के सबसे ऊंचे पोलिंग बूथ टशीगंग पर 100% मतदान, हेलिकॉप्टर से गई थी पोलिंग टीम

Himachal Assembly Election 2022 : हिमाचल प्रदेश के टशीगंग पोलिंग बूथ पर एक बार फिर शत प्रतिशत मतदान हुआ है। शनिवार को यहां सभी 52 मतदाताओं ने वोट डालकर अपना रिकॉर्ड बरकरार रखा। लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्र का यह इलाका ठंडा रेगिस्तान भी कहा जाता है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई तकरीबन 15256 फीट है।

2 min read
Google source verification
Himachal Assembly Election 2022

Himachal Assembly Election 2022

Himachal Assembly Election 2022 : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान शनिवार शाम 5 बजे तक 65.92 प्रतिशत मतदान के साथ संपन्न हो गया है। मतदान धीमी गति से शुरू हुआ और धीरे-धीरे गति पकड़ता गया। राज्य में सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच सीधी सीधी टक्कर है। हिमाचल प्रदेश के टशीगंग पोलिंग बूथ पर एक बार फिर शत प्रतिशत मतदान हुआ है। यह विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है। पिछले लोकसभा और विधानसभा में भी यहां 100 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस पोलिंग बूथ पर सेना के हेलिकॉप्टर से पोलिंग टीम को भेजा गया था। अब चुनाव संपन्न होने के बाद ईवीएम को लेकर पोलिंग टीम हेलिकॉप्टर से ही लौटी है। लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्र का यह इलाका ठंडा रेगिस्तान भी कहा जाता है।


प्रदेश में सभी 68 सीटों पर मतदान खत्म हो गया है। यहां लाहौल-स्पीति जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टाशीगंग में सभी 52 वोटर्स ने मतदान किया है। इसके साथ ही यहां इतिहास भी बन गया है। टाशीगंग में 100 फीसदी मतदान को लेकर उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक वर्मा ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यहां कड़कड़ाती ठंड है, इसके बावजूद दुनिया के सबसे ऊंचे बूथ पर मतदाता अपने वोट डालने पहुंचे।


चुनाव आयोग ने 15,256 फीट की ऊंचाई पर सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ स्थापित किया था। इस बूथ पर टाशीगंग, काजा गांव के लोगों ने मतदान किया है। टाशीगंग में मतदान को लेकर ग्रामीणों के बीच गजब का उत्साह देखने को मिला। कड़कड़ाती ठंड में सबसे ऊंचे बूथ पर मतदाता अपना वोट डाला।


टशीगंग एशिया का ऐसा सबसे ऊंचा गांव है जो सड़क, बिजली, पानी व टेलीफोन की सुविधा से जुड़ा है। इस इलाके को ठंडा रेगिस्तान कहा जाता है। यहां की जमीन रेतीली, भरभरी है. यहां पर अधिकांश समय तापमान बेहद कम रहता है। यहां पर साल में 6 महीने बर्फ ही रहती है।