
HMP Virus: देशभर के राज्यों को मानव मेटान्यूमोवायरस (HMP Virus) के खिलाफ निवारक उपायों के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी गई है, साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) की निगरानी को मजबूत किया जाए। देश में अब तक 7 मामले सामने आ चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने वर्चुअल मोड में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें भारत में सांस संबंधी बीमारियों की वर्तमान स्थिति और चीन में एचएमपीवी मामलों में वृद्धि की मीडिया रिपोर्टों के बाद HMPV मामलों की स्थिति और उनके प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की समीक्षा की गई। बैठक में डॉ. राजीव बहल, सचिव (डीएचआर); डॉ. (प्रो) अतुल गोयल, डीजीएचएस; राज्यों के स्वास्थ्य सचिव और अधिकारी, एनसीडीसी, आईडीएसपी, आईसीएमआर, एनआईवी और आईडीएसपी की राज्य निगरानी इकाइयों के विशेषज्ञ शामिल हुए।
बैठक के दौरान यह बात दोहराई गई कि आईडीएसपी के आंकड़ों से देश में कहीं भी आईएलआई/एसएआरआई मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं दिख रही है। ICMR के सेंटिनल सर्विलांस डेटा से भी इसकी पुष्टि होती है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि एचएमपीवी से लोगों को कोई परेशानी नहीं है, जो 2001 से ही वैश्विक स्तर पर मौजूद है। उन्होंने राज्यों को आईएलआई/एसएआरआई निगरानी को मजबूत करने और उसकी समीक्षा करने की सलाह दी। उन्होंने दोहराया कि HMPV में वृद्धि से लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
Published on:
07 Jan 2025 12:03 pm
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