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विदेशमंत्री जयशंकर की जान को खतरा, गृह मंत्रालय ने दी Z श्रेणी की सुरक्षा

विदेशमंत्री जयशंकर की जान को खतरा है। भारतीय खुफिया एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है। इसके बाद गृह मंत्रालय ने विदेशीमंत्री की सुरक्षा बढ़ाकर Z श्रेणी की कर दी गई है।

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विदेशमंत्री जयशंकर की जान को खतरा है। भारतीय खुफिया एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है। इसके बाद गृह मंत्रालय ने विदेशीमंत्री की सुरक्षा बढ़ाकर Z श्रेणी की कर दी गई है। अब उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ के 36 कमांडो तैनात किए जाएंगे। इससे पहले उन्हें Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। खालिस्तानी आतंकियों की बढ़ी गतिविधि के कारण विदेश मंत्री की जान का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। पिछले दिनों इजरायल को भी भारत ने समर्थन दिया है। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खतरा स्तर के हिसाब पांच श्रेणी X, Y, Y+, Z और Z+ बना रखी है। हर श्रेणी में सुरक्षा घेरा बढ़ जाता है। एक अनुमान के मुताबिक Z+ श्रेणी की सुरक्षा पर हर महीने 15 से 20 लाख रुपए का खर्च आता है।


किस कैटेगरी में कितनी सुरक्षा?

X श्रेणी: दो सुरक्षाकर्मी और एक निजी सुरक्षा अधिकारी शामिल होता है।
Y श्रेणी: 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं। इसमें दो कमांडो और दो निजी सुरक्षा अधिकारी भी शामिल होते हैं।
Y+ श्रेणी: 11 सुरक्षाकर्मी और एस्कॉर्ट वाहन रहता है। एक गार्ड कमांडर और चार गार्ड आवास पर भी तैनात होते हैं।
Z श्रेणी: 22 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। इसमें 4 से 6 एनएसजी कमांडो, दिल्ली पुलिस और CRPF जवान रहते हैं।
Z+ श्रेणी: 58 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो, एक बुलेटप्रूफ कार और 2 एस्कॉर्ट वाहन भी रहते हैं। आवास के बाहर पुलिस कैंप रहता है।

सिर्फ प्रधानमंत्री को मिलती है एसपीजी सुरक्षा
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद बनाई गई एसपीजी की सुरक्षा सिर्फ प्रधानमंत्री को दी जाती है। 1988 में इसका गठन किया गया था। एसपीजी पहले पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके निकटतम करीबियों को भी मिलती थी लेकिन दो साल पहले एसपीजी एक्ट में संशोधन कर दिया गया था। इसमें जवान से लेकर सैन्य दस्ता, सैटेलाइट सहित कई सुरक्षा स्तरों का इस्तेमाल जरूरत के अनुसार किया जाता है।