
Savitri Jindal Success Story: सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) एक ऐसा नाम है जो वित्तीय सफलता और नेतृत्व के लिए जाना जाता है। वह भारत की जानी-मानी व्यवसायी और परोपकारी महिलाओं में से एक हैं। उनका जन्म 20 मार्च 1950 को असम के तिनसुकिया में हुआ था। आपको बता दें की भारत की सबसे धनी महिलाओं की सूची में सावित्री जिंदल सबसे ऊपर हैं। एक समय में उन्हें दुनिया की 14वीं सबसे धनी महिला के रूप में पहचाना जाता था। आइए जानते है एक गृहिणी से उद्योगपति और राजनीतिज्ञ बनने तक जिंदल की उल्लेखनीय यात्रा की प्रेरक कहानी।
36 साल तक घर की चारदीवारी में रहने वाली सावित्री जिंदल ने वर्ष 2005 में पति ओपी जिंदल की मौत के बाद जिंदल ग्रुप की जिम्मेदारी संभाल ली। देश के सबसे धनी परिवारों में से एक जिंदल परिवार की इस सदस्य को एक समय हिसार शहर के लोग भी ठीक से नहीं जानते थे। 2008 में फोर्ब्स की सूची में जब उन्हें भारत की सबसे धनी महिला बताया तो दुनिया में वो एक उद्योगपति बनकर उभरी।
2005 में अपने पति के अचानक निधन के बाद, जिंदल ने पारिवारिक व्यवसाय की कमान संभाली और एक सक्षम नेता साबित हुईं। उनके नेतृत्व में, जिंदल समूह ने अपने परिचालन का विस्तार किया और नए क्षेत्रों में विविधता लाई। आज, जिंदल समूह भारत के अग्रणी समूहों में से एक है, जिसका बाजार पूंजीकरण $15 बिलियन से अधिक है।
एशिया की सबसे अमीर महिला बनीं सावित्री जिंदल के बारे में मिली जानकारी के अनुसार वो कभी कॉलेज नहीं गईं। बता दें कि जिंदल परिवार में अधिकतर महिलाएं घर की जिम्मेदारी संभालती हैं। जबकि पुरुष बाहर के काम देखते हैं। ऐसे में सावित्री को अपने पति का कारोबार संभालने में काफी मेहनत करनी पड़ी, इसके बाद भी वो अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटी।
सावित्री जिंदल ने सिर्फ जिंदल ग्रुप की कमान ही नहीं संभाली बल्कि पति की राजनीतिक विरासत को भी आगे बढ़ाया। जिंदल हरियाणा सरकार में मंत्री रही और हिसार निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के सदस्य थी। वह 2014 में हरियाणा विधानसभा के लिए हुए चुनावों में सीट हार गईं। 2005 में अपने पति ओपी जिंदल के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन के बाद वह समूह की अध्यक्ष बनीं। वह अब हरियाणा विधानसभा में सेवारत एक स्वतंत्र विधायक हैं।
सावित्री जिंदल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय अपने हलफनामे में 190 करोड़ रुपये की चल संपत्ति घोषित की है। चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनकी अचल संपत्ति 80 करोड़ रुपये है। इस हिसाब से उनके पास कुल 270 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सावित्री के पास 20 करोड़ के हीरे और चांदी के आभूषण हैं।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में महिलाओं की भूमिका को स्वीकार करना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है। प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है। महिला दिवस महज एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में एक कदम है।
Updated on:
07 Mar 2025 12:40 pm
Published on:
01 Mar 2025 01:20 pm
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