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34 साल से भारत में रह रहा था बांग्लादेशी शख्स, ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ा, जानें क्या-क्या चीजें हुईं बरामद?

ओडिशा के कंधमाल जिले से एक 57 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक नजीर मुल्ला को गिरफ्तार किया गया है। वह पिछले 34 साल से भारत में अवैध रूप से रह रहा था। शनिवार को हुई गिरफ्तारी की जानकारी अब पुलिस ने दी है। आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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Bihar crime

अरेस्ट (Photo-IANS)

ओडिशा के कंधमाल जिले के कोटागढ़ से एक 57 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। वह पिछले 34 साल से भारत में अवैध रूप से रह रहा था।

आरोपी की पहचान नजीर मुल्ला के रूप में हुई है। उसे शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन पुलिस की तरफ से अब आधिकारिक रूप से जानकारी दी गई है।

खुद को बताता था भारतीय नागरिक

पुलिस के मुताबिक, नजीर मुल्ला खुद को भारतीय नागरिक बताकर लंबे समय से कोटागढ़ में रह रहा था। पुलिस को विश्वसनीय सूत्र से बांग्लादेशी नागरिक के बारे में सूचना मिली। जिसके आधार मुंडा स्ट्रीट स्थित एक घर पर छापामारी की गई। जिसमें नजीर पकड़ा गया।

पुलिस की पूछताछ में नजीर ने बताया कि वह 1991 में पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश सीमा के रास्ते भारत में घुसा था। कुछ दिनों बाद, वह काम की तलाश में ओडिशा के कटक में पहुंच गया। जहां उसे रोजगार नहीं मिला।

इसके बाद वह कंधमाल पहुंच गया। वहां से 2008 में, वह कोटागढ़ आ गया और रेहड़ी लगाकर अपना गुजारा करने लगा। पुलिस ने बताया कि बाद में उसने एक स्थानीय लड़की से शादी कर ली और अब उसके तीन बच्चे हैं।

सत्यापन से पुलिस के सामने आई असलियत

सत्यापन और छानबीन से पुलिस को पता चला कि उसके जन्म प्रमाण पत्र में उसका नाम नजीर मुल्ला है। जो बांग्लादेश के मगुरा जिले के मोहम्मदपुर थाना अंतर्गत चौबरिया गांव का निवासी अबुल मुल्ला का पुत्र है।

पुलिस ने बताया कि नजीर के पास से एक फर्जी भारतीय मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट और भारत का वीजा मिला है।

उसे रविवार को कोटागढ़ की जेएमएफसी अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। पुलिस अब और जानकारी हासिल करने में जुट गई है।

दिल्ली पुलिस ने 25 बांग्लादेशी नागरिकों को किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 25 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 2 दिल्ली और 23 कानपुर देहात से हैं।

ये सभी बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे और अधिकतर अकुशल मजदूर थे, जो कूड़ा बीनने, खेतों में मजदूरी या अन्य छोटे-मोटे कामों में लगे हुए थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में 13 महिलाएं और 12 पुरुष हैं।

पुलिस ने बताया कि ये बांग्लादेशी नागरिक 8 साल से अधिक समय से भारत में अवैध रूप से रह रहे थे और उनके पास कोई वैध यात्रा या आवासीय दस्तावेज नहीं थे।

पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद, विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय की मदद से उन्हें वापस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।