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भारतीय सेना इन्फेंट्री की धार बढ़ाएगी, पैदल सेना के बेड़े में शामिल हुए कई घातक हथियार

Leathal weapon of indian Army reviewed at Mhow: भारतीय सेना को चीन और पाकिस्तान से अक्सर बॉर्डर पर जूझना पड़ता है। यही वजह है कि सेना अपनी पैदल सेना इन्फैंट्री की ताकत बढ़ाने पर जोर दे रही है। कई घातक हथियार जिन्हें सेना के बेड़े में शामिल किया गया उनकी समीक्षा कर रही है।

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37th Conference of indian army infantry at Mhow: भारतीय सेना भविष्य की जरूरतों के अनुसार युद्ध की रानी कही जाने वाली पैदल सेना यानी इन्फेंट्री की ताकत बढ़ाएगी। अत्याधुनिक हथियारों से लैस हो रही इन्फेंट्री की क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए शीघ्र ही कई और कदम उठाए जाएंगे। मध्यप्रदेश के महू स्थित इन्फेंट्री स्कूल में आयोजित पैदल सेना कमाण्डरों के 37वें द्विवार्षिक सम्मेलन में इन्फेंट्री के समक्ष आने वाली चुनौतियों और इनसे मुकाबले की तैयारी को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए।

सेना के अधिकारियों ने सम्मेलन में की हथियारों की समीक्षा

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे की अध्यक्षता में शनिवार को सम्पन्न दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान मौजूदा परिदृश्य व भविष्य की जरूरतों के अनुरूप इन्फेंट्री की क्षमताओं की समीक्षा की गई। हाईब्रिड मोड में आयोजित सम्मेलन में सेना के उप प्रमुख, छह जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के सत्रह अधिकारी और मेजर जनरल रैंक के चौदह अधिकारियों के अलावा इन्फैंट्री रेजिमेंट के कमान अधिकारियों और रेजिमेंटल सेंटर कमांडेंट्स ने भी भाग लिया। कई प्रतिभागी महू में उपस्थित थे जबकि कुछ अधिकारी देश के प्रमुख सैन्य स्टेशनों से सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए।

इन्फेंट्री के प्रयासों की हुई सराहना

सेना प्रमुख जनरल पांडे ने इन्फेंट्री को भविष्य के लिए एक अजय बल में परिवर्तित करने के लिए नवीनतम तकनीक अपनाने की दिशा में सभी स्तरों पर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। सम्मेलन में इन्फैंट्री भावना को बढ़ावा देने के साथ-साथ रेजिमेंटल लाइनों से परे बड़ी इन्फेंट्री बिरादरी के संबंधों को अधिक मजबूत बनाने में योगदान पर भी चर्चा हुई।

इंफेंट्री ने दिखाई ताकत

सम्मेलन के दौरान इन्फैंट्री ने घातक मारक क्षमता, गतिशीलता, युद्धक्षेत्र पारदर्शिता, स्थितिजन्य जागरूकता और उत्तरजीविता के विभिन्न क्षेत्रों में नवीनतम उपलब्धियों को प्रदर्शित किया। इन्फेंट्री को हाल ही में मिले उन्नत नई पीढ़ी के अत्याधुनिक हथियारों और उपकरण प्रणालियों के प्रदर्शन के जरिए दुश्मन से मुकाबला में इन्फेंट्री की उभरती हुई क्षमताओं को भी उजागर किया गया।

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