
Ticket Booking Rule: भारत में लोग लंबी दूरी तय करने के लिए ट्रेन का सहारा लेते हैं। बिहार-यूपी के लाखों लोग परिवार चलाने के लिए घर से हजारों किलोमीटर दूर किसी दूसरे प्रदेश में नौकरी करते हैं और होली-दिवाली के मौके पर ट्रेन से ही अपनों से मिलने आते हैं। इस दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सभी को कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाता है। जिस वजह से उन्हें धक्का खाकर, लटककर, अपनी जान जोखिम में डाल कर आना पड़ता है। इस स्थिति से निपटने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railway) स्पेशल ट्रेन भी चलाती है, लेकिन यात्रियों की भीड़ ही इतनी होती है कि सबको कन्फर्म टिकट नहीं मिल पता। काफी समय से सरकार इस चुनौती से निपटने का प्लान बना रही है।
इंडियन रेलवे ने वेटिंग टिकट की समस्या से निपटने के लिए नए साल में बड़ी योजना लागू करने का प्लान तैयार कर लिया है। आने वाले दिनों में रेलवे वेटिंग टिकट को सख्ती से खत्म करने जा रहा है। यात्रियों को कंफर्म टिकट की शुरुआत का पहला चरण इसी साल दिसंबर या नए साल से शुरु हो जाएगा। पहले फेज में ये पांच चुनिंदा रुट्स पर 500 किमी दूरी के लिए सामान्य ट्रेनों में शुरू होगा। जिससे कंफर्म टिकट की उपलब्धता 90 फ़ीसदी तक सुनिश्चित हो जाएगी।
भारतीय रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, रेलवे इस योजना को लागू करने के लिए सुपर एप (Super App) तैयार कर रहा है और आने वाले पांच-छह महीने में यह काम करने लगेगा। जैसे ही यात्री इस एप में चयनित रुट्स पर सफर के लिए अपनी डिटेल डालेंगे, वैसे उन्हें उस रूट की ट्रेनों में कितनी सीट खाली और कितनी भरी हुई है। इसका पूरा डेट नजर आएगा। इसके बाद वे आसानी से अपनी सीट चयन कर सकेंगे।
भारतीय रेलवे चुनिंदा रुट्स पर यात्रियों को कंफर्म सीट देने के लिए मुख्य या पॉपुलर ट्रेनों के अलावा एक घंटे के अंतराल में दूसरी ट्रेन भी चलाएगा। इससे वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को कंफर्म सीट मिलेगी। वेटिंग टिकट वाले ट्रेन के डिब्बे श्रेणी के आधार पर होंगे। अगर स्लीपर क्लास में वेटिंग ज्यादा होगा, तो उसी श्रेणी के डिब्बे लगाए जाएंगे।
Published on:
06 Aug 2024 05:10 pm
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