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Jagannath Rath Yatra: भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू, नौ दिन के प्रवास पर निकल रहे जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा, शामिल हुए लाखों श्रद्धालु

Jagannath Rath Yatra Starts today: भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा आज 12वीं शताब्दी के मंदिर यानी अपने निवास गुंडिचा मंदिर के लिए नौ दिवसीय प्रवास पर निकलने की तैयारी कर रहे हैं।

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Jagannath Temple

आज से नौ दिन के प्रवास पर निकल रहे जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा. (Photo: IANS)

Lord Jagannath's Rath Yatra Starts Today: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आज यानी शुक्रवार से शुरू होगी। इस रथ यात्रा में शामिल होने के लिए ओडिशा में पुरी के जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। जगन्नाथ रथ यात्रा (Chariot Festival) को रथ महोत्सव या श्री गुंडिचा यात्रा (Gundicha Yatra) के नाम से भी जाना जाता है। यह ओडिशा में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।

शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन शुरू होती है रथ यात्रा

यह चंद्र मास की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। रथ यात्रा शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन शुरू होता है। इसे चंद्रमा की बढ़ती चमक के कारण आध्यात्मिक रूप से शुभ माना जाता है।

क्या है लोकमान्यता?

जगन्नाथ संस्कृति के प्रसिद्ध विद्वान सूर्यनारायण रथ शर्मा ने बताया, रथ यात्रा दुनिया का सबसे प्राचीन रथ उत्सव है। ऐसा माना जाता है कि इस यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने से भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

नौ दिन के प्रवास पर निकल रहे जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा

ओडिशा के इस प्रसिद्ध रथ यात्रा में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए हैं। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा आज 12वीं शताब्दी के मंदिर यानी अपने निवास गुंडिचा मंदिर के लिए नौ दिवसीय प्रवास पर निकलने की तैयारी कर रहे हैं।

क्या हैं तीनों के रथों के नाम?

भक्तगण आनंद से अभिभूत भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों क्रमशः नंदीघोष, तलध्वज और दर्पदलन, को लगभग 3 किमी गुंडिचा मंदिर तक खींचेंगे। किंवदंतियों के अनुसार चतुर्धा मूर्ति (भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र, मां सुभद्रा और सुदर्शन) का जन्मस्थान माना जाता है।

रथ यात्रा को लेकर सुरक्षा चाक चौबंद

राज्य सरकार के विभिन्न विभागों ने सुचारू एवं दुर्घटना मुक्त रथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। पुरी के कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने गुरुवार को कहा, "हम भव्य रथयात्रा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सभी अनुष्ठान और व्यवस्थाएं सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध की गई हैं और उन्हें समान समर्पण के साथ पूरा किया जाएगा। मैं महाप्रभु के आशीर्वाद और सभी भक्तों के सहयोग की कामना करता हूं ताकि यह उत्सव सुचारू और पवित्र हो सके।"

पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में रथ यात्रा

नौ दिनों तक चलने वाले रथ यात्रा उत्सव के लिए पवित्र शहर पुरी को पांच-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। रथ यात्रा के लिए पूरे पवित्र तटीय शहर में पुलिस बल की 200 प्लाटून और सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल आदि की आठ कंपनियां तैनात की गई हैं। रथ यात्रा के दौरान पुरी और शहर के आसपास ओडिशा पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और होमगार्ड के लगभग 10,000 कर्मियों को तैनात किया गया है।

सुरक्षा में जुड़ी यह नई व्यवस्था

इस वर्ष पहली बार स्थापित एकीकृत कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम और अन्य उप-नियंत्रण कक्षों में तैनात पुलिस अधिकारी उत्तरा स्क्वायर से पुरी टाउन तक, शहर में और पुरी से कोणार्क तक स्थापित लगभग 275 एआई-सक्षम सीसीटीवी से लाइव फीड के माध्यम से यातायात और भीड़ की गतिविधियों पर नजर रखेंगे।

(स्रोत-IANS)