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किश्तवाड़ के बाद जम्मू-कश्मीर के डोडा में फटा बादल, 9 लोगों की हुई मौत

Doda Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के डोडा में बादल फटने से भारी तबाही मची है। इस हादसे में ब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

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जम्मू-कश्मीर के डोडा में फटा बादल (Video Screenshot)

Doda Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में मंगलवार को बादल फटने की घटना से भारी तबाही मची है। इस प्राकृतिक आपदा में 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें से पांच की मौत वैष्णो देवी तीर्थस्थल मार्ग पर हुई, जबकि कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यह घटना किश्तवाड़ में हाल ही में बादल फटने की घटना के बाद हुई, जिसने क्षेत्र में पहले ही भारी नुकसान पहुंचाया था।

नेशनल हाईवे कई रास्ते बंद

मंगलवार (26 अगस्त 2025) को डोडा में बादल फटने से अचानक बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई। इससे बटोटे-किश्तवाड़ नेशनल हाईवे सहित कई संपर्क मार्ग बंद हो गए। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, 10 से अधिक घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं, और कई अन्य इमारतों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। तवी नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण क्षेत्र में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।

राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रशासन

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने का काम जारी है। खराब मौसम और क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण बचाव कार्यों में चुनौतियां आ रही हैं।

प्रभावित परिवारों को आश्वासन

जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने लोगों से नदियों और जलधाराओं से दूर रहने की अपील की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने शोक व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर स्थिति की जानकारी ली और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

बार-बार हो रहे हादसे

जम्मू-कश्मीर में हाल के हफ्तों में बादल फटने की यह तीसरी बड़ी घटना है। इससे पहले किश्तवाड़ में 14 अगस्त को बादल फटने से 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कठुआ में 17 अगस्त को हुई ऐसी ही घटना में चार लोगों की जान चली गई थी। जलवायु विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्र में मौसम संबंधी चरम घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसके लिए बेहतर पूर्वानुमान और आपदा प्रबंधन प्रणाली की जरूरत है।

राहत कार्य जारी

प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और आवश्यक सामग्री जैसे भोजन, पानी, और दवाइयां उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।