8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ED Action: मंत्री के करीबियों, IAS सहित कई अन्य के 20 ठिकानों पर ईडी की रेड

Jharkhand: ईडी ने झारखंड में जल जीवन मिशन में गड़बड़ियों और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) से जुड़े मामले में झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पीएस हरेंद्र सिंह, उनके कुछ करीबियों और IAS अफसरों के ठिकानों पर छापेमारी की है।

2 min read
Google source verification
ED raids 20 locations, including Ministers and IAS officer, in Jal Jeevan mission scam

ED raids 20 locations, including Ministers and IAS officer, in Jal Jeevan mission scam

Jharkhand: ED ने झारखंड में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) में गड़बड़ियों और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) से जुड़े मामले में सोमवार को झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पीएस हरेंद्र सिंह, उनके कुछ करीबियों, IAS मनीष रंजन, बिल्डर, डेवलपर एवं कांट्रेक्टर विजय अग्रवाल सहित पेयजल स्वच्छता विभाग के कई इंजीनियरों और अफसरों के ठिकानों पर छापेमारी की है।

20 ठिकानों पर ED की रेड

रांची और चाईबासा सहित करीब 20 ठिकानों पर ED की टीमों ने सोमवार सुबह एक साथ दबिश दी है। रांची में विजय अग्रवाल के रातू रोड इंद्रपुरी स्थित आवास के अलावा उनके हरमू और मोरहाबादी स्थित ठिकानों पर सर्च चल रही है, जबकि IAS मनीष रंजन के आवास और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर के पीएस हरेंद्र सिंह के आवासों पर भी सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच एजेंसी के अफसरों की टीम पहुंची है। खबर है कि इन ठिकानों से कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए हैं।

क्या था मामला

जल जंगल मिशन में करोड़ों रुपए के घोटाले मामले में यह छापेमारी हो रही है। जल जंगल मिशन विभाग के कैशियर संतोष कुमार ने 23 करोड़ की अवैध निकासी की थी। विभाग ने मामला भी दर्ज करवाया था, जिसमें संतोष कुमार जेल में है। झारखंड में जल जीवन मिशन की योजना में कई जिलों में अनियमितताएं और गड़बड़ियों की शिकायतें हैं। इसे लेकर कुछ जिलों में एफआईआर भी दर्ज हुई है। ED ने इन्हीं FIR को जांच का आधार बनाया है। मंत्री मिथिलेश ठाकुर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार में बेहद पावरफुल माने जाते हैं। वह 2019 में राज्य की गढ़वा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। ईडी जांच की आंच उन तक भी पहुंच सकती है। इसके पहले शनिवार को भी ईडी की टीम ने रांची में चर्चित जमीन घोटाले को लेकर शहर में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।

ये भी पढ़ें: ‘असमिया’ को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने पर मनाया जाएगा भाषा गौरव सप्ताह उत्सव