
नई दिल्ली। कर्नाटक ( Karnataka ) में सामने आए कथित बिटक्वाइन घोटाला मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। एक बार फिर इस मामले चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। दरअसल सीआईडी ( CID ) की जांच में ये बात सामने आई कि श्रीकी ने सरकारी पोर्टल से 11.5 करोड़ रुपए चुराने में होटल के आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया था। जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 26 वर्षीय हैकर जो जुलाई 2019 में कर्नाटक सरकार के ई-प्रोक्योरमेंट सेल के फंड तक पहुंच कर चोरी करने में कामयाब रहा उसने 11.5 करोड़ रुपए की चोरी की में पांच सितारा-होटल के इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल किया।
जुलाई 2019 में ई-प्रोक्योरमेंट सेल में हैकिंग के मामले में 15 दिसंबर को दायर एक चार्जशीट में सीआईडी ने 26 वर्षीय हैकर श्रीकृष्ण रमेश उर्फ श्रीकी को अपराध से जोड़ा है, जिसमें दिखाया गया है कि एक इंटरनेट प्रोटोकॉल जिसका पता बेंगलुरु के एक पांच सितारा होटल का था। जहां हैकर मई और जुलाई 2019 के बीच रह रहा था। इस आईपी एड्रेस का इस्तेमाल ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल तक पहुंचने के लिए किया गया था।
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श्रीकी को ई-प्रोक्योरमेंट सेल से 11.5 करोड़ रुपए की चोरी से जोड़ने के लिए चार्जशीट में रखे गए प्रमुख सबूतों में, सीआईडी ने इंटरनेट सेवा प्रदाता डी- से 18 अक्टूबर, 2019 के एक ई-मेल संचार का हवाला दिया है। वॉइस कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि एक आईपी पता 1.186.34.100 बेंगलुरु में होटल गोकुलम ग्रैंड एंड स्पा को अलॉट किया गया था।
CID ने होटल में आईटी प्रबंधक से 19 अक्टूबर, 2019 का एक ईमेल भी दिया है, जिसमें उन लोगों की सूची थी, जिन्होंने सरकारी पोर्टल पर हैकिंग की घटना के दौरान इंटरनेट तक पहुंचने के लिए होटल के आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया था।
बड़ी चोरी करने का था प्लान
होटल की सूची से पता चला है कि हैकर श्रीकी, जो 4 मई, 2019 से 29 जुलाई, 2019 के बीच होटल के कमरा नंबर 407 में रुका था। उसने इंटरनेट तक पहुंचने के लिए बेंगलुरु होटल के आईपी एड्रेस का यूज किया।
जांच में ये भी पता चला कि 11.5 करोड़ रुपए की चोरी करने में सफल होने के बाद, हैकर और उसके सहयोगी चोरी के फंड को लेकर हिमाचल प्रदेश के एक रिसॉर्ट में भाग गए। यहां से वे और फंड चोरी करना चाहते थे, लेकिन पकड़ा गए थे। श्रीकी ने दावा किया था कि वे 46 करोड़ रुपए चुराना चाहता था।
सीआईडी ने देहरादून इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर ई-नेट सॉल्यूशंस के साथ ईमेल चेक किया, जिसमें पुष्टि की गई थी कि हिमालय में रिसॉर्ट आनंदा को एक आईपी पता 103.230.154.212 अलॉट किया गया था जहां हैकर और सहयोगी प्रारंभिक डकैती के बाद रह रहे थे।
सीआईडी को दिए एक स्वैच्छिक बयान में, हैकर, श्रीकी ने कहा है कि उसने शुरू में एक ठेकेदार सहयोगी सुनीश हेगड़े को सरकारी निविदाओं पर आंतरिक जानकारी प्राप्त करने में मदद करने के लिए ई-प्रोक्योरमेंट सेल में हैकिंग को अंजाम दिया और बाद में फंड के लिए सेल को हैक कर लिया।
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अगस्त 2019 में, कर्नाटक सरकार के ई-प्रोक्योरमेंट सेल के अधिकारियों ने राज्य पुलिस के आपराधिक जांच विभाग की साइबर-अपराध इकाई में शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात व्यक्तियों ने ई-प्रोक्योरमेंट से 11.5 करोड़ रुपए की बयाना राशि चुरा ली है। सेल और वह अधिकारी 7.37 करोड़ रुपए की चोरी को रोकने में सफल रहे।
बता दें कि इससे पहले साइबर फोरेंसिक जानकार 6 लैपटॉप में से केवल 2 की जानकारी हासिल कर सके थे। एनक्रिप्शन कोड के कारण तीन लैपटॉप का पता नहीं चल सका। जबकि, एक के खराब होने के चलते जानकारी नहीं मिल सकी।
Published on:
27 Dec 2021 06:54 pm
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