विलुप्त होने के कगार पर
कद में संभवतः दुनिया की यह सबसे छोटी गाय ‘पुंगनूर’ विलुप्त होने के कगार पर है। संभवतः 500-600 ही बची हैं। आंध्र प्रदेश में इनके संरक्षण का काम चल रहा है। यह गाय छोटे कद के लिए मशहूर है, जो आमतौर पर भारत के आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में पाई जाती है। दक्षिण भारत के पुंगनूर क्षेत्र में होने के कारण इन्हें पुंगनूर गाय कहते हैं। यह गाय ज्यादा चारा नहीं खाती और दूध सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके दूध में लगभग 8 प्रतिशत फैट यानी वसा पाया जाता है। पुंगनूर प्राचीन नस्ल की गाय है। कहते हैं कि ऋषि-मुनि भी इस नस्ल को पालते थे।
गुणों से भरपूर है दूध
इस प्यारी गाय का मूल स्थान दक्षिण भारत ही है। इसके दूध में 8% वसा होता है जो औषधीय गुणों से भी भरपूर है। जबकि अन्य गाय के दूध में 3 से 3.5 प्रतिशत तक ही वसा मिलता है। बता दें कि पुंगनूर गाय प्रतिदिन 3 से 5 लीटर दूध देती है,इसके लिए इन गायों के सामने सिर्फ 5 किलो चारा डालना होता है।