संदेशखाली तक में नहीं मिला फायदा
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में 543 सदस्यीय संसद की 42 लोकसभा सीटें हैं। बीजेपी का अहम फोकस इस बार भारतीय जनता पार्टी का मुख्य फोकस पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी को उखाड़ फेंकना था और यहां तक कि संदेशखाली (Sandeshkhali) को लेकर भी उन्होंने TMC सरकार पर निशाना साधा, लेकिन ताजा रुझानों से पता चला कि बीजेपी सिर्फ 10 सीटों पर ही बनी हुई है और TMC 30 सीटों पर जाती दिख रही है। चुनाव आयोग के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस 30 सीटों पर, भाजपा 10 और कांग्रेस 1 सीट पर और CPI-M एक सीट पर आगे चल रही है।
बाशीरहाट में 2 लाख वोटों से आगे TMC
TMC ने बहरामपुर, दमदम, जादवपुर, आसनसोल, बीरभूम, कृष्णानगर और डायमंड हार्बर और संदेशखाली के लोकसभा क्षेत्र बाशीरहाट में भी आगे चल रही है और बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। बाशीरहाट में TMC के नुरुल इस्लाम करीब 2 लाख वोटों से आगे चल रहे हैं। बहरामपुर में TMC के यूसुफ पठान ने बढ़त ली हुई है जबकि दमदम और जादवपुर में TMC उम्मीदवार सौगत रे और सयानी घोष आगे हैं। वहीं अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा भी आसनसोल में आगे चल रहे हैं। बीरभूम और कृष्णानगर में TMC उम्मीदवार शताब्दी रॉय और महुआ मोइत्रा आगे चल रही हैं। सबसे बड़ी बढ़त डायमंड हार्बर में देखी जा रही है। जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भारी अंतर से आगे चल रहे हैं।
कई जगह पीछे चल रही बीजेपी
वहीं बीजेपी बैरकपुर, हुगली और मेदिनीपुर सहित कई निर्वाचन क्षेत्रों में पीछे चल रही है। बीजेपी का ये हाल तब है जब उसने अपने चुनाव प्रचार के दौरान TMC सरकार पर भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति करने को लेकर हमला बोला और तो और संदेशखाली के मुद्दे को भी जमकर भुनाया। बावजूद उसके बीजेपी बंगाल में भी कमाल नहीं दिखा पाई।