प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग समय में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला।
अपने संबोधन में आगे प्रधानमंत्री मोदी ने काशी तमिल संगमम की बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की। कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलुगू संगमम भी हुआ। एक भारत श्रेष्ठ भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है। ये प्रयास है युवा संगम का।
प्रधानमंत्री मोदी की ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क, आकाशवाणी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर किया जाएगा। जाहिर है कि इस महीने की शुरुआत में ही पीएम ने आज होने वाले ‘मन की बात’ कार्यक्रम के एपिसोड के लिए लोगों से अपने विचार और सुझाव शेयर करने के लिए कहा था।
बता दें कि इससे पहले 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ था। यह 100वां एपिसोड था। जिसका संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय समेत देशभर में और दुनिया के कई हिस्सों में इसका सीधा प्रसारण किया गया था।