19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भारत में कोरोना काल के दौरान भी बढ़ी करोड़पतियों की संख्या, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि कोरोना काल में भी भारत में करोड़पतियों की संख्या बढ़ी है। जिसमे मुंबई में सबसे अधिक 20,300 ‘डॉलर मिलियनरी’ यानि सात करोड़ से अधिक संपत्ति वाले करोड़पति हैं।

2 min read
Google source verification
indian-currency.jpg

The budget amount is not being told to the district members

कोरोना ने अपना कहर हर देश में दिखाया था भारत भी कोरोना की मार से नही बच सका था। इस दौरान कई लोगों की नौकरियां चली गई थी कई लोगों का धंधा बंद हो गया था और कई लोग बेरोजगार हो गए थे। लेकिन वहीं बेरोजगारी के साथ साथ भारत में करोड़पतियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। शुक्रवार को सामने आई एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि कोरोना काल में भी भारत में करोड़पतियों की संख्या बढ़ी है। जिसमे मुंबई में सबसे अधिक 20,300 ‘डॉलर मिलियनरी’ यानि सात करोड़ से अधिक संपत्ति वाले करोड़पति हैं। इसके बाद दिल्ली में 17,400 और कोलकाता में 10,500 करोड़पति परिवार हैं। हुरुन रिपोर्ट के निष्कर्षों से पता चला है कि कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्ष 2021 में भारत में ‘डॉलर मिलियनरी’ वाले व्यक्तियों की संख्या 11 प्रतिशत बढ़कर 4.58 लाख हो गई।


हालांकि इस सर्वे में ऐसे 350 लोगों से बातचीत के आधार पर पाया गया कि निजी और पेशेवर जिंदगी में खुद को खुश बताने वाले लोगों की संख्या 2021 में घटकर 66 प्रतिशत रह गई, जो इसके एक साल पहले 72 प्रतिशत थी। हुरुन रिपोर्ट के निष्कर्ष ऐसे समय आए हैं जब 130 करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश में बढ़ती असमानता के बारे में चिंता बढ़ रही है।


यह भी पढ़ें-इस्लाम को न मानने वाले लोग क्यों मस्जिदों का शोर सुने? PIL पर गुजरात हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को भेजा नोटिस


हाल में आई ऑक्सफैम की रिपोर्ट में भी इस असमानता पर चिंता जताई गई थी। बेहद अमीर लोगों पर अधिक टैक्स लगाने की लगातार तेज होती मांग के बीच इस सर्वेक्षण में शामिल एक-तिहाई से भी कम लोगों का ही यह मानना है कि अधिक टैक्स चुकाना सामाजिक जिम्मेदारी का एक निर्धारक अवयव है।

ऐसे समय में जब परोपकार के माध्यम से अधिक मदद की मांग बढ़ रही है, हुरुन द्वारा सर्वेक्षण किए गए करोड़पतियों में से केवल 19 प्रतिशत ने कहा कि वे समाज को वापस देने में विश्वास करते हैं।


इस सर्वे में शामिल दो-तिहाई से अधिक डॉलर मिलियनरी ने कहा कि वे अपने बच्चों को शिक्षा के लिए विदेश भेजना पसंद करेंगे, जिसमें अमेरिका उनकी पहली पसंद है। सर्वे के मुताबिक एक चौथाई ‘डॉलर मिलियनरी’ की पसंदीदा कार मर्सिडीज बेंज है और वे हर तीन साल में अपनी कारों को बदलते हैं।

इंडियन होटल्स का होटल ताज सबसे पसंदीदा अतिथि सत्कार ब्रांड के रूप में उभरा, जबकि तनिष्क पसंदीदा ज्वैलरी ब्रांड है। हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि अगला दशक लग्जरी ब्रांडों और सेवा प्रदाताओं के लिए भारत में प्रवेश करने के लिए बेहतरीन अवसर है।


यह भी पढ़ें-Congress Manifesto for Punjab: पंजाब के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र जारी- सरकार बनते ही 1 लाख सरकारी नौकरियां, 8 सिलेंडर फ्री, जानें और क्या हैं वादे