
Monsoon Update: दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को पूरे भारत को कवर कर लिया, जो अपने सामान्य समय 8 जुलाई से नौ दिन पहले था। मौसम विभाग के अनुसार यह दसवीं बार है जब मानसून ने पूरे देश को जून माह में कवर किया है। दरअसल, आमतौर पर मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में पूरे देश को कवर करता है। 1960 के बाद सबसे पहले 1961 में 21 जून को और सबसे बाद में 2002 में 15 अगस्त को मानसून ने देश को कवर किया था।
इस साल मानसून 13 मई को अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों में पहुंचा और 24 मई को केरल में दर्ज हुआ। इसके बाद, यह कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में समय से पहले पहुंचा। 29 मई से 15 जून तक रुकावट को छोड़कर, मानसून की प्रगति तेज रही, जिसे क्षेत्रीय और वैश्विक मौसम प्रणालियों ने समर्थन दिया।
मौसम विभाग ने कहा कि रविवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया है। इस दिन उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश पर मौजूदा कम दबाव का क्षेत्र बना रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में मानसून के उत्तर ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने से पूरे सप्ताह इन क्षेत्रों में भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग ने कोंकण, गोवा और महाराष्ट्र के घाट इलाकों में अगले एक सप्ताह में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इसके अलावा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सोमवार को अत्यधिक भारी बारिश की संभावना के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है।
आईएमडी ने रविवार को जारी अपने पूर्वानुमान में कहा कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में 2 जुलाई तक बहुत भारी बारिश होगी। सप्ताह के अंत में राजस्थान में बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है। दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में 4 जुलाई तक भारी बारिश होगी।
Updated on:
29 Jun 2025 09:41 pm
Published on:
29 Jun 2025 04:59 pm
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