
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (फोटो- IANS)
Heavy Rainfall Alert हिमाचल प्रदेश में मानसून की रफ्तार ने आम जनता की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, शुक्रवार सुबह तक भारी बारिश के चलते दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 633 सड़कें तबाह हो गईं हैं।
वहीं, 1,333 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) काम नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण बिजली सेवा ठप है। 20 जून से लेकर अब तक 312 लोगों की जान जा चुकी है।
इनमें से 160 मौतें बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण हुईं हैं। जैसे कि भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटना, डूबना और बिजली के झटके से। वहीं, 152 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं हैं।
मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। अकेले मंडी में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 241 सड़कें बंद हैं, जबकि कुल्लू में 166 सड़कें अवरुद्ध हैं। कांगड़ा में 65 सड़कें अवरुद्ध होने की सूचना है। लाहौल-स्पीति में 21 सड़कें बंद हैं, जबकि शिमला जिले में 31 सड़कें बंद हैं।
इस बीच, भारी बारिश को लेकर एक और अलर्ट जारी किया गया है। एसडीएमए ने चेतावनी दी है कि लगातार भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने की संभावना है, जिससे सहायता पहुंचाने में बाधा आ सकती है।
इस परेशानी ने पंजाब से सब्जियों की आपूर्ति को काफी प्रभावित किया है। सब्जी वितरक आशीष शर्मा ने कहा कि उन्हें सब्जियों के परिवहन के लिए मजदूरी का अधिक खर्च उठाना पड़ रहा है और कोई लाभ नहीं हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से सड़क मरम्मत के काम में तेजी लाने का आग्रह किया है।
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) (India Meteorological Department-IMD) ने कुल्लू में येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें आज दोपहर 12 बजे तक प्रति घंटे 5-15 मिमी बारिश का अनुमान है, जबकि निकटवर्ती कांगड़ा जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिनों तक बारिश की भविष्यवाणी की है।
Updated on:
29 Aug 2025 01:42 pm
Published on:
29 Aug 2025 01:32 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
मौसम समाचार
