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शादी के लिए माता-पिता की मंजूरी वाला कानून बने, BJP विधायक ने रख दी मांग; बोले- लड़के-लड़कियों को…

हरियाणा के BJP विधायक राम कुमार गौतम ने माता-पिता की बिना इजाज़त शादी करने वाले युवाओं के लिए नया कानून बनाने की मांग की है। उनका मानना है कि शादी में माता-पिता की सहमति ज़रूरी है। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने इस मुद्दे की गंभीरता पर ज़ोर देते हुए सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की वकालत की है। बराला ने साथ ही आगामी खेल प्रतियोगिताओं की भी जानकारी दी।

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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (फोटो- IANS)

हरियाणा के भाजपा विधायक राम कुमार गौतम ने उन युवाओं के लिए प्रदेश में एक नया कानून बनाने की मांग कर दी है। जो माता-पिता की इजाजत के बिना भागकर शादी रचा लेते हैं। विधायक ने कहा है कि लड़के-लड़कियों को माता-पिता की मर्जी से ही शादी करनी चाहिए।

राम कुमार गौतम के इस बयान पर भाजपा से राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है और इससे सामाजिक वातावरण को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।

भाजपा विधायक राम कुमार गौतम के हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में विवाह से पहले माता-पिता की सहमति को अनिवार्य करने वाला कानून बनाने की मांग रखी।

भाजपा विधायक ने क्या कहा?

उन्होंने कहा कि कई बार बच्चों के भाग जाने से परिवारों को गंभीर संकट जैसे आत्महत्या तक का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि एक ऐसा कानून बनाया जाए जिसमें शादी से पहले माता-पिता की अनुमति अनिवार्य हो।

इस पर सुभाष बराला ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है, जो युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुजुर्गों को समान रूप से प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक वातावरण को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।

प्रयास यह रहना चाहिए कि सामाजिक समरसता बनी रहे- सुभाष बराला

आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि सभी को इस पर विचार करना चाहिए ताकि सामाजिक समस्याएं न बढ़ें। बराला ने युवाओं की आकांक्षाओं और भावनाओं का सम्मान करते हुए सामाजिक मानदंडों और संस्कृति को बनाए रखने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि यह मुद्दा युवाओं की भावनाओं और सामाजिक मर्यादाओं के बीच संतुलन की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दों पर विचार करना जरूरी है, क्योंकि समाज के वातावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होना चाहिए। प्रयास यह रहना चाहिए कि सामाजिक समरसता बनी रहे।

सुभाष बराला ने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 से लेकर 31 अगस्त तक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस महोत्सव के तहत पूरे देश और प्रदेश में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।

29 अगस्त से युवाओं के लिए एक पोर्टल खोला जाएगा, जहां अलग-अलग खेलों के लिए पंजीकरण कराया जा सकेगा। बराला ने कहा कि इन प्रतियोगिताओं से ग्रामीण स्तर पर खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए विश्वास जताया कि इन प्रयासों से नई-नई युवा प्रतिभाएं सामने आएंगी, जो देश का नाम रोशन करेंगी।