
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Photo-IANS)
Nitish Kumar: नई दिल्ली में शनिवार, 25 मई को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 10वीं बैठक आयोजित हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस महत्वपूर्ण बैठक में गैर-मौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दे दिया।
नीति आयोग की बैठक से दूरी बनाए रखने को लेकर सवाल उठने पर नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि वह इस बैठक में शामिल होने नहीं आए हैं। उन्होंने कहा, हम नीति आयोग की बैठक के लिए नहीं आए हैं। प्रधानमंत्री और एनडीए के मुख्यमंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एनडीए की बैठक का समय बढ़ा दिया गया है और वे उसी बैठक में भाग लेंगे।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार की उपस्थिति का बचाव करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार में केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के लिए धन्यवाद देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान की भी बैठक में चर्चा होगी।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने नीति आयोग की बैठक में भाग नहीं लिया हो। पूर्व में भी वे कई बार इस बैठक से दूर रहे हैं। हालांकि, इस बार उनकी गैरहाजिरी इसलिए भी चर्चा में रही क्योंकि अब वे भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का हिस्सा हैं और उनके संबंध भाजपा नेतृत्व से फिलहाल सौहार्दपूर्ण हैं।
इधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, नीतीश कुमार नीति आयोग से हमेशा दूरी बनाते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें अपनी कुर्सी बचानी है, इसलिए दिल्ली आए हैं। एनडीए की बैठक में उज्ज्वला योजना, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया जैसी प्रमुख योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। इस बैठक में नीतीश कुमार के साथ बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे।
Updated on:
24 May 2025 09:56 pm
Published on:
24 May 2025 07:54 pm
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