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कोरोना की नई लहर के पीछे Omicron का सब वैरिएंट जिम्मेदार! जानिए भारत को कितना खतरा

कोरोना वायरस का खतरा अब तक टला नहीं है। तीसरी लहर भले ही कमजोर पड़ गई हो, लेकिन एक बार फिर नई लहर ने चिंताएं बढ़ा दी है। चीन और यूरोप के कुछ देशों में तेजी से कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है। कोरोना की नई लहर के पीछे भी Omicron का सबवैरिएंट बताया जा रहा है।

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Omicron Sub Variant Ba 2 Infectious for New Coronavirus Wave

Omicron Sub Variant Ba 2 Infectious for New Coronavirus Wave

भारत के साथ-साथ दुनियाभर में कोरोना वायरस से जंग अब भी जारी है। तीसरी लहर जरूर कमजोर पड़ी है, लेकिन कोरोना की नई लहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। चीन में कोरोना के मामले सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। जबकि पश्चिमी यूरोप के भी कई देशों में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इस बीच ये जानकारी भी सामने आई है कि आखिर कोरोना की नई लहर का कारण क्या है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि मामलों में बढ़ोतरी की वजह Omicron का सब-वैरिएंट BA.2 है।


चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट इसके लिए जिम्मेदार तो है ही, साथ ही यह अब का सबसे ज्यादा संक्रामक वैरिएंट भी बताया जा रहा है।

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ओमिक्रॉन के 5 सब वैरिएंट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, ओमिक्रॉन के 5 सब-वैरिएंट हैं। इनमें BA.1, BA.1.1, BA.2, BA.2.2 और BA.3 प्रमुख रूप से शामिल हैं।

दिसंबर से फरवरी के बीच दुनियाभर में कई देशों में BA.2 के मामले सामने आए थे। BA.2 का सबसे पहला मामला पिछले साल नवंबर में दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था।


BA.2 से कितना खतरा

WHO ने इस बात को लेकर अलर्ट किया था कि, कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी सिर्फ चीन और यूरोपीय देशों तक ही सीमित नहीं रहेगी। बल्कि एक बार फिर ये दुनिया के बाकी देशों में भी बढ़ सकती है। वहीं अमरीकी वैज्ञानिक इरिक टोपोल BA.2 के ज्यादा संक्रामक और इसमें इम्युनिटी को चकमा देने की बात कहते हैं।

ओबामा की मेडिकेयर टीम ने भी दिया संकेत

बता दें कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेडिकेयर टीम के हेड रहे एंडी स्लेविट ने ट्वीट कर कहा कि जिस तरह से यूरोपीय देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसकी वजह से कुछ हफ्तों में अमरीका में भी केस बढ़ सकते हैं।


डराती है आर वैल्यू

WHO के पूर्व महामारी विशेषज्ञ प्रोफेसर एंड्रियन एस्टरमैन ने के मुताबिक BA.1 की तुलना में BA.2 1.4 गुना ज्यादा संक्रामक है। BA.2 की R0 वैल्यू 12 है। R0 वैल्यू से ही पता चलता है कि कौन सा वैरिएंट कितना संक्रामक है। दरअसल BA.2 से संक्रमित व्यक्ति कम से कम 12 लोगों को संक्रमित कर सकता है।

भारत पर कितना खतरा

कोरोना की नई लहर के बीच ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से भारत के लिए कितना खतरा होगा, इसी सवाल पर सबकी नजर टिकी हुई है। IMA कोच्चि में रिसर्च सेल के हेड डॉ. राजीव जयदेवन के मुताबिक भारत में चीन के उलट जबरदस्त हाइब्रिड इम्युनिटी है।



वैक्सीनेशन और दूसरी लहर के बाद लोगों में इम्युनिटी बढ़ गई है। इसलिए भारत में चीन की तरह मामले नहीं बढ़ रहे हैं। कोविड टास्क फोर्स NTAGI के प्रमुख डॉ. नरेंद्र कुमार अरोड़ा की मानें तो भारत में BA.2 की वजह से मामले बढ़ने की गुंजाइश नहीं है।

उन्होंने बताया कि तीसरी लहर में 75 फीसदी से ज्यादा मामले BA.2 के थे। भारत और साउथ अफ्रीका में वैक्सीनेशन के साथ-साथ रि-इन्फेक्शन, ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन और नेचुरल इन्फेक्शन के मामले भी सामने आए, जिससे लोगों में वायरस के खिलाफ इम्युनिटी बढ़ गई है।

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