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गरीब रैपिडो ड्राइवर के बैंक खाते में आए 331 करोड़, हुआ चौंकाने वाले ‘ब्लैक मनी रैकेट’ का पर्दाफाश

एक गरीब रैपिडो ड्राइवर के बैंक खाते में अचानक 331 करोड़ रुपये जमा हो गए जिसने सभी को चौंका दिया। इसके बाद 'ब्लैक मनी रैकेट' का काला सच सामने आया।

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भारत

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Tanay Mishra

Nov 28, 2025

Rapido driver gets 331 crore in his bank account

Rapido driver gets 331 crore in his bank account (Photo - Patrika Graphics)

शादी का सीज़न चल रहा है और देशभर में शादियों की धूम है। शादियों में 'डेस्टिनेशन वेडिंग' का चलन काफी लोकप्रिय है। डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए राजस्थान का उदयपुर शहर लोगों को काफी पसंद है। हाल ही में उदयपुर के ताज अरावली रिज़ॉर्ट में एक शानदार डेस्टिनेशन वेडिंग हुई, लेकिन इस शादी के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा और उसके बाद एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ।

गरीब रैपिडो ड्राइवर के बैंक खाते में आए 331 करोड़

उदयपुर के ताज अरावली रिज़ॉर्ट में हुई डेस्टिनेशन वेडिंग के दौरान एक गरीब रैपिडो ड्राइवर के साथ कुछ ऐसा हुआ जो किसी ने नहीं सोचा था। उसके बैंक खाते में अचानक 331 करोड़ रुपये आ गए। ताज अरावली रिज़ॉर्ट में हुई डेस्टिनेशन वेडिंग में भी इस पैसे का इस्तेमाल हुआ।

'ब्लैक मनी रैकेट' का पर्दाफाश

रैपिडो ड्राइवर के बैंक खाते में 331 करोड़ रुपये आए, जिसके बाद जांच एजेंसियाँ एक्टिव हो गई। ईडी ने जांच की तो पता चला कि रैपिडो ड्राइवर के बैंक खाते में कुछ महीने के दौरान 331 करोड़ 36 लाख रुपये जमा हुए। यह देखकर ईडी को भी हैरानी हुई क्योंकि उस शख्स की आय इतनी नहीं थी कि उसके बैंक खाते में इतने रुपये आ जाए। वह रैपिडो ड्राइवर काफी गरीब निकला। ईडी ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि इसके पीछे 'ब्लैक मनी रैकेट' है, जो एक बेटिंग ऐप चला रहा था।

म्यूल अकाउंट का होता है इस्तेमाल

ईडी की जांच में पता चला कि 1xBet नाम के बेटिंग ऐप से जुड़े लोग म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल करके अपने काले धन को छिपाते हैं। म्यूल अकाउंट ऐसे बैंक खातों को कहते हैं जिनका इस्तेमाल साइबर ठग मनी लॉन्ड्रिंग के पैसे को छिपाने के लिए करते हैं। ऐसा करके वो जांच एजेंसियों की नज़रों में नहीं आते।

गरीब लोगों को बनाया जाता है निशाना

अपराधी अक्सर ही अपने काले धन को छिपाने के लिए गरीब लोगों को निशाना बनाते हैं। इन लोगों को पैसे की ज़रूरत होती हैं और इसी बात का फायदा उठाकर अपराधी इनके बैंक खातों को म्यूल अकाउंट की तरह इस्तेमाल करते हैं, जिसके बदले में गरीब लोगों को भी कुछ पैसे दिए जाते हैं। हालांकि उदयपुर का मामला इसलिए हैरान करता है क्योंकि रैपिडो ड्राइवर को पता ही नहीं था कि उसके बैंक खाते का इस्तेमाल म्यूल अकाउंट के तौर पर किया जा रहा है।