
President Election Know Why MP Is Given Green And MLA Pink Ballot For Voting
देश के अलगे राष्ट्रपति के लिए सोमवार को वोटिंग हो रही है। सभी सांसद और विधायक लोकतंत्र के इस पर्व में अपना अहम योगदान देंगे। बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए ने जहां द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है वहीं विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा चुनावी मैदान में हैं। चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को 34 दलों का समर्थन हासिल है, जबकि यशवंत सिन्हा को 14 दल सपोर्ट कर रहे हैं। ऐसे में नतीजों से पहले ही एनडीए उम्मीदवार का पलड़ा भारी है। चुनाव की बात करें तो इसमें 4800 सांसद और विधायक हिस्सा ले रहे हैं। चुनाव प्रक्रिया के दौरान सांसदों को हरा और विधायकों को गुलाबी मतपत्र दिया जाता है। इसके पीछे भी अहम वजह है।
राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग किस प्रक्रिया के तहत होती है?
राष्ट्रपति चुनाव में ईवीएम (EVM) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। बल्कि इसकी जगह मतपत्र के जरिए ही वोटिंग होती है। सांसदों को हरा और विधायकों को गुलाबी मतपत्र दिया जाता है।
राष्ट्रपति चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के मुताबिक एकल संक्रमणीय मत के जरिए होता है। आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल संक्रमणीय मत के जरिए हर निर्वाचक उतनी ही वरीयताएं अंकित कर सकता है, जितने कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं।
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ये वरीयताएं निर्वाचक की ओर से कैंडिडेट के लिए मतपत्र के कॉलम 2 में दी गई जगह पर उम्मीदवारों के नाम के सामने दिए गए नंबर 1,2,3, 4, 5 की तरह चिह्नित की जाती हैं।
सांसद और विधायक को क्यों दिए जाते हैं अलग-अलग रंग के मतपत्र?
निर्वाचन आयोग के आदेश के मुताबिक, प्रेसिडेंट इलेक्शन के तहत मतदान के दौरान सांसदों और विधायकों को अलग-अलग रंग का मतपत्र दिया जाता है।
सांसदों को हरा और विधायकों को गुलाबी रंग का मतपत्र मिलता है। ऐसा इस वजह से किया जाता है ताकि मतगणना के दौरान निर्वाचन अधिकारियों को वोटों की गिनती करने में आसानी हो और ये साफ हो सके कि, कितने सांसदों और कितने विधायकों ने वोट किया।
बैंगनी स्याही वाला खास पेन
चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के दौरान एक खास बैंगनी स्याही वाला पेन इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल गोपनीयता को बरकरार रखने के लिए निर्वाचन अधिकारी और वोटर्स को मतपत्रों पर निशान लगाने के लिए इस बैंगनी स्याही वाले खास पेन के इस्तेमाल करना होता है।
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Published on:
18 Jul 2022 12:23 pm
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