सोशल मीडिया पर ये चर्चायें चल रही थी कि हनीप्रीत 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा की गद्दी पर बेठेंगी। इसी सवाल को डेरा के एक श्रद्धालु ने हनीप्रीत से उनके इंस्टाग्राम के ऑफ़िशल अकाउंट पर सवाल किया था जिसका जवाब हनीप्रीत ने दिया।
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हनीप्रीत से एक यूजर ने पूछा कि ‘दीदी आप 29 अप्रैल को गुरू गद्दी पर बैठ रही हो। राम रहीम की राजदार हनीप्रीत इंसा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक डेरा श्र्धालु द्वारा पूछे गए सवाल पर जवाब दिया। हनीप्रीत ने लिखा है कि पापा जी ही गुरु है और वो ही हमारे गुरु रहेंगे, गुरगद्दी दिवस पर भी वो ही गुरु होंगे।
हनीप्रीत ने खारिज की सभी अटकलें
हनीप्रीत के इस उत्तर से उन सभी अफवाहों, अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि वो 29 अप्रैल को गुरूगद्दी पर बैठ सकती हैं।
बता दें कि सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को लेकर हाल में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कहा है कि जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पैरोल या फरलो पर अपनी रिहाई के उद्देश्य से ‘‘कट्टर कैदियों’’ की श्रेणी में नहीं आता है।
दरअसल एक याचिका में फरवरी में गुरमीत राम रहीम सिंह को दी गई फरलो को चुनौती दी गई थी। इसी याचिका पर सुनवाई में कोर्ट ने राम रहीम को झटका देते हुए कहा कि, गुरमीत कट्टर कैदियों की कैटेगरी में नहीं आता है।
वहीं पिछले महीने डेरा प्रमुख ने अपने अनुयायियों के नाम चिट्ठी भेजी थी। डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में नामचर्चा के दौरान यह चिट्ठी पढ़ कर सुनाई गई थी। चिट्ठी में गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी मामले में डेरा प्रमुख ने लिखा था कि उसने कभी किसी धर्म की निंदा, बेअदबी या बुराई करना तो दूर ऐसी कभी कल्पना भी नहीं की, बल्कि वह तो खुद सर्व धर्म का सत्कार करते हैं ।
गुटबाजी पर गुरमीत ने दिया जवाब
चिठ्ठी में राम रहीम ने डेरे में चल रही गुटबाजी की खबरों पर जवाब दिया। चिठ्ठी में राम रहीम ने लिखा की सारे सेवादार,एडमिन ब्लॉक,जसमीत (राम रहीम का पुत्र),चरणप्रीत-अमरप्रीत (राम रहीम की बेटियां ) और हनीप्रीत सब हमारी बातों पर चलते है।
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