
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार ईद के मौके पर कोलकाता में एक जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि अपना खून बहाने के लिए तैयार है। लेकिन राज्य में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू नहीं होने देंगी।
मुझे अल्पसंख्यकों के हितों की चिंता
ईद के मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "हम देश के लिए खून बहाने के लिए तैयार हैं लेकिन देश में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमे अल्पसंख्यकों के हितों की चिंता है। बंगाल के लोगों को समान नागरिक संहिता स्वीकार्य नहीं है। मैं सभी धर्मों के बीच सद्भाव चाहती हूं। इसलिए मुझे आपकी सुरक्षा और आपकी जिंदगी की चिंता है न कि किसी एनआरसी और सीएए की।"
सबको गिरफ्तार करने से देश उजड़ जाएगा
वहीं, ममता बनर्जी ने सूबे में लगातार केंद्रीय एजेंसियों द्वारी की जा रही कार्रवाई पर कहा कि अगर कोई विस्फोट होता है, तो वे (बीजेपी) सभी को गिरफ्तार करने के लिए एनआईए भेजते हैं। सभी को गिरफ्तार करने से देश उजाड़ हो जाएगा। हम चाहते हैं कि सभी को एक साथ रहे। उन्होंने बीजेपी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि चुनाव के मौसम में कोई दंगा कराने आता है, तो आपको चुप रहना है।
बिना पानी पिए रोजा रखना बड़ी बात
कोलकाता में अपने संबोधन के दौरान सीएम ने ईद की शुभकामनाएं देते हुए "ईद मुबारक, यह खुशियों की ईद है। एक महीने तक बिना पानी पिए रोजा रखकर इस ईद को मनाना बहुत बड़ी बात है।" इस बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ सहित कई शीर्ष नेताओं ने भी ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं दीं।
Updated on:
11 Apr 2024 03:41 pm
Published on:
11 Apr 2024 03:39 pm
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