5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजपथ का नाम बदलने पर सियासत, कांग्रेस में दिखा टकराव तो TMC ने पीएम मोदी पर कसा तंज

Rajpath Renamed Plan: केंद्र सरकार राजपथ का नाम बदलने जा रही है जिसके तहत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा से राष्ट्रपति भवन तक की सड़क को कार्तव्य पथ के रूप में जाना जाएगा। केंद्र के इस फैसले पर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने इसे 'पागलपन' करार दिया है।

2 min read
Google source verification

image

Mahima Pandey

Sep 06, 2022

Row over Rajpath Rename, Differences between congress, TMC MP jibe on PM Modi

Row over Rajpath Rename, Differences between congress, TMC MP jibe on PM Modi

नई दिल्ली के ऐतिहासिक राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर 'कार्तव्य पथ' करने के केंद्र सरकार के फैसले से विपक्ष में आक्रोश फैल गया है। तृणमूल कांग्रेस, RJD और अन्य दलों के कई सांसदों ने BJP और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला किया है, जबकि कुछ इसकी सराहना भी कर रहे हैं। बात करें कांग्रेस की तो उसमें विरोधाभासी बयान देखने को मिले।

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा, "वास्तव में क्या चल रहा है? क्या बीजेपी ने हमारी संस्कृति और हमारी विरासत से जुड़े इतिहास अपने पागलपन में फिर से लिखने को एकमात्र अपना कर्तव्य बना लिया है?"

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इसके बाद ट्वीट कर केंद्र सरकार पर नाम बदलने को लेकर तंज कसा है। मोइत्रा ने ट्वीट कर लिखा, "मेरा मानना है कि वो राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि वे नए प्रधानमंत्री आवास का नाम किंकर्तव्यविमूढ़ मठ रखेंगे।"


इसके साथ ही महुआ मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से सांसद ने सुकुमार रे के हाजाबराला का एक अंश भी सहरे किया है।

वहीं, नाम बदलने को लेकर कांग्रेस में विरोधाभयसी बयान देखने को मिले। कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने राजपथ का नाम कर्तव्यपथ किये जाने की सराहना की। वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इसका विरोध करते हुए केंद्र पर तंज कसा है।

मिलिंद देवड़ा ने लिखा, "कर्तव्य पथ उस मार्ग के लिए एक उचित नाम है जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर तक जाती है। इससे लोकसेवकों को हमेशा स्मरण रहेगा कि वो जनता की सेवा करने के लिए धर्म व कर्म से जुटे हैं।"


वहीं, पवन खेड़ा ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा, "राजपथ का नाम बदलना ही था, तो ‘राजधर्म’ पथ कर देते। अटल जी की आत्मा को अवश्य शांति मिलती।" बता दें कि साल 2002 में जब गुजरात में भीषण दंगे हुए थे, तब तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी गुजरात गए थे और तत्कालीन सीएम मोदी को राजधर्म के मार्ग पर चलने की सलाह दी थी।

RJD नेता मनोज झा ने ट्वीट कर लिखा, "पहले रेस कोर्स रोड लोक कल्याण मार्ग बना...अब राजपथ कर्तव्य पथ हो चला लेकिन आज की सबसे बड़ी चुनौतियों मसलन बेरोज़गारी,मंहगाई/बिगड़ते सामाजिक सौहार्द पर इसका पॉजिटिव प्रभाव हो तो सब स्वीकार्य है। लोकोन्मुख सरोकारों पर चुप्पी और काबिलियत सिर्फ सड़कों के नाम बदलने की हो तो क्या कहें?"

बता दें कि सोमवार को केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि नेताजी स्टैचू से लेकर राष्ट्रपति भवन तक जो रोड जाती है, वो रोड अब कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। 7 सितंबर को एक बैठक के बाद इसपर आखिरी मुहर लगाई जाएगी।

यह भी पढ़े- Rajpath Renamed: राजपथ का नाम बदलेगी मोदी सरकार, 'कर्तव्य पथ' होगा नया नाम