
आरएसएस के वरिष्ठ नेता दत्तात्रेय होसबले (फाइल फोटो)
आरएसएस (RSS) के वरिष्ठ नेता दत्तात्रेय होसबोले ने हाल ही में मुस्लिम समुदाय के लोगों को लेकर एक विवादित बयान दिया है जिसके बाद एक नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। होसबोले ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हिंदू धर्म को सबसे बड़ा धर्म बताया और कहा कि भारत में रह रहे मुसलमानों को वातावरण के लिए नदियों और सूर्य की पूजा करनी चाहिए। होसबोले ने उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में एक कार्यक्रम के दौरान यह बातें कही।
संघ के सरकार्यवाह होसबोले ने कहा अगर हमारे मुस्लिम भाई भी सूर्य नमस्कार करते हैं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। ऐसा करने पर उन्हें मस्जिदों में जाने से नहीं रोका जाएगा। होसबोले ने आगे कहा, हमारा हिंदू धर्म सर्वोच्च है और यह दुनिया में सबकी भलाई के बारे में सोचता है। होसबोले ने सूर्य नमस्कार के बारे में बात करते हुए इसे एक विज्ञान पर आधारित सेहत सुधारने का तरीका बताया।
होसबोले ने कहा, इससे मुसलमानों को क्या नुकसान होगा। क्या जो लोग पूजा करते हैं उनका प्राणायाम करना गलत है। हम यह नहीं कहते है कि आप यह करते है तो आप नमाज पढ़ना छोड़ दो। उन्होंने कहा, लोगों को किसी भी धर्म को पालन करने की स्वतंत्रता है बस उन्हें मानवीय धर्म को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस कार्यक्रम में भाजपा के सांसद भी मौजूद थे। इस दौरान सूर्यनमस्कार के साथ-साथ होसबोले ने आजादी के दौरान हुए बंटवारे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, उस समय हिंदुओं के साथ क्या हुआ यह सबको पता है।
होसबोले के इस बयान पर विपक्षी पार्टियों और सामाजिक संस्थाओं की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए होसबोले के इस बयान की निंदा की और संघ पर भी निशाना साधा। राहुल ने लिखा, RSS का मुखौटा एक बार फिर उतर गया है। उन्हें संविधान से चिढ़ है क्योंकि यह समानता, धर्मनिरपेक्षता और न्यय की बात करता है। RSS और BJP भारत में 'मनुस्मृति' लागू करना चाहते हैं।
Published on:
18 Dec 2025 01:04 pm
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