
Salary calculator CTC Vs In Hand Salary
Salary Calculator: नई नौकरी ज्वाइन करते समय सबसे बड़ा और जरुरी काम होता है सैलरी की कैलकुलेशन को समझना। कई बार कंपनी का HR आपको सैलरी समझाता है लेकिन सैलरी के टर्म बेसिक सैलरी (Basic Salary), सीटीसी (CTC), इन-हैंड सैलरी (In Hand Salary) समझ में नहीं आते। महीनेभर नौकरी करने के बाद जब हमारे अकाउंट में सैलरी आती है तो ऐसा लगता जैसे हमारे साथ धोखा हुआ है। दरअसल सैलरी कैलकुलेशन में सैलरी में कई चीजें एड होती हैं। नेट सैलरी (Net Salary) को आमतौर पर टेक-होम सैलरी (Take-home salary) या इन-हैंड सैलरी (In-hand salary) भी कहा जाता है। बता दें कि नेट सैलरी, ग्रॉस सैलरी (Gross salary calculation) से अलग और कम होती है। CTC और इन हैंड सैलरी में क्या अंतर होता है आइए जानते हैं-
महीने के आखिर में आपके अकाउंट में जितनी सैलरी ट्रांसफर होती है, वह आपकी नेट सैलरी (Net Salary ) होती है। यह वह अमाउंट या इनकम होती है जो एक कर्मचारी को Tax, प्रोविडेंट फंड (Provided Fund) और इस तरह की दूसरी कटौती किए जाने के बाद मिलती है। नेट सैलरी ग्रॉस सैलरी के बराबर तभी हो सकती है जब इनकम टैक्स जीरो हो। कर्मचारी की सैलरी सरकार की निर्धारित टैक्स स्लैब की सीमा से कम हो। नेट सैलरी या इन हैंड सैलरी (Net Salary Or In Hand Salary) वो होती है, जो कंपनी की ओर से सभी तरह की कटौती किए जाने के बाद आपको हर महीने मिलती है। CTC का मतलब Cost to Company, यह वो कॉस्ट है जो एक कंपनी अपने किसी कर्मचारी पर खर्च करती है। CTC को सालाना आधार पर तय किया जाता है, जिसे एनुअल पैकेज (Annual package) भी कहते हैं। इसमें बेसिक सैलरी, प्रोविडेंट फंड, ग्रॉस सैलरी और ग्रेजुएटी के साथ ही कंपनी की ओर से दी जाने वाले अन्य फैसिलिटी भी शामिल होती हैं।
In-hand Salary यानी नेट सैलरी निकालने के लिए आप Salary Calculator या Take Home Salary Calculator का यूज कर सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे बताए Steps को फॉलो करना होगा-
Step 1- नेट सैलरी कैलकुलेट करने के लिए सबसे पहले आपको अपना सालाना CTC कितना है वो लिखना होगा।
Step 2- अब दूसरे Variable जैसे कि सालाना बोनस आदि लिखिए।
Step 3- इसके बाद अपनी बेसिक सैलरी लिखिए।
Step 4- कैलकुलेट करने पर आपकी इन-हैंड सैलरी निकल आएगी।
Step 5- अगर आपको अपनी असली इन-हैंड सैलरी निकालनी है तो HRA, रेंट, ग्रेच्युटी, EPF और दूसरे अलाउंस कैलकुलेट करके आप अपनी इन-हैंड सैलरी निकाल सकते हैं।
नेट सैलरी (Take-home salary) कैलकुलेट करने के लिए आप इस फॉर्मूले का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
नेट सैलरी = ग्रॉस सैलरी – टैक्सेबल इनकम
इसका मतलब नेट सैलरी निकालने के लिए आपको पहले अपनी ग्रॉस सैलरी पता होनी चाहिए। ग्रॉस सैलरी न तो आपकी कॉस्ट टू कंपनी (CTC ) होती है और न ही आपकी बेसिक सैलरी। CTC से EPF और ग्रेच्युटी घटाने के बाद ग्रॉस सैलरी मिलती है।
ग्रॉस सैलरी = CTC – EPF – ग्रेच्युटी
ग्रॉस सैलरी और टैक्सेबल इनकम निकालने के बाद आप ऊपर बताए फॉर्मूले से अपनी नेट सैलरी निकाल सकते हैं।
Updated on:
16 Sept 2024 03:21 pm
Published on:
15 Sept 2024 02:53 pm
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