यूपीआई पर चार्ज लगा तो नहीं करेंगे इस्तेमाल
72 प्रतिशत लोअर मिडिल क्लास के लोग पेमेंट के लिए यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं। 64 प्रतिशत लोगों ने कहा अगर यूपीआई से पेमेंट पर किसी तरह का चार्ज लगा तो वे इसका इस्तेमाल छोड़ देंगे और कैश में पेमेंट करेंगे।
कहां खर्च करता है लोअर मिडिल क्लास
विवरण खर्च में हिस्सेदारी
किराने का सामान 26 प्रतिशत
मकान का किराया 21 प्रतिशत
यात्रा 19 प्रतिशत
बच्चों की पढ़ाई 15 प्रतिशत
इलाज और दवाएं 07 प्रतिशत आय बढ़ी
देश के लोअर मिडिल क्लास लोगों का औसत मासिक खर्च 19,000 रुपए रहा। 35,000 रुपए रही महानगरों और 32,000 रुपए बड़े और मझोले शहरों में लोअर मिडिल क्लास के व्यक्ति की औसत मासिक आय, यह पिछले साल महानगरों में 33,000 रुपए, बड़े शहरों में 30,000 रुपए और मझोले शहरों में 27,000 रुपए थी। 52 प्रतिशत प्रतिभागियों ने माना कि पिछले कैलेंडर वर्ष की तुलना में वर्ष 2024 में उनकी आय बढ़ी। 74 प्रतिशत लोगों को अगले साल तक आय बढऩे की उम्मीद है, 66 प्रतिशत लोग आने वाले वर्ष में अधिक बचत और निवेश की मंशा जता रहे। 60 प्रतिशत लोगों के पास निश्चित खर्चों के बाद आपात खर्चों के लिए कुछ नकदी भी है।
इन शहरों में किया गया सर्वे
यह सर्वेक्षण जयपुर, भोपाल, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलूरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, लखनऊ, पटना, रांची, चंडीगढ़, देहरादून, लुधियाना और कोच्चि समेत 17 शहरों में किया गया। सर्वे में शामिल लोगों की वार्षिक आय 2 लाख रुपए से 5 लाख रुपए के बीच थी।