प्रवर्तन निदेशालय के छापे में आलम के नौकरी और निजी सहायकों के यहां से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने 37 करोड़ 37 लाख रुपए बरामद किए थे। निदेशालय ने पूछताछ में पाया था कि इस घूस कांड में मंत्री की सीधे संलिप्तता है। इसके बाद तत्काल ही मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया था।
झारखंड विधानसभा में आलमगीर आलम कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और वह झारखंड सरकार की कैबिनेट में नंबर दो की हैसियत रखते हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने आलम के निजी सचिव संजीव लाल और घरेलू सहायक जहांगीर लाल को 8 मई से रिमांड पर लिया है। इस समय उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। इसी में खुलासा हुआ कि टेंडर प्रबंधन में कमीशन लिया जा रहा है। इसका का हिस्सा अधिकारियों और मंत्री तक जा रहा है।