
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट (फोटो-IANS)
IMD Update: देश भर में मानसूनी सीजन (Monsoon Rains) में जमकर बारिश हुई। मानसून की वापसी का दौर शुरू हो गया है। दक्षिण पश्चिम मानसून राजस्थान (Rajsthan Monsoon) से लौटने लगा है, लेकिन अभी भी देश के कई अन्य हिस्सों में भारी बारिश का दौर बना हुआ है। इसे लेकर मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि हिमाचल (Himachal) और उत्तराखंड (Uttrakhand) के कई इलाकों में अगले 12 घंटे खतरनाक साबित हो सकते हैं। दोनों पहाड़ी राज्यों में अति भारी बारिश की संभावना है। IMD ने इसे लेकर अलर्ट भी जारी किया है।
इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों का आकंड़ा 419 पहुंच गया। प्रदेश को हजारों करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने कहा कि आज सूबे के चार जिलों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा में अगले 12 घंटे अति भारी बारिश की संभावना है। विभाग ने इसे देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही, लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक जरूरी न हों, तब तक घरों से न निकलें। इसी के साथ ही, प्रशासन को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में प्रशासन को अगले 48 घंटे अलर्ट रहने को कहा है। यहां भी अगले कुछ घंटे भारी बारिश सी संभावना जताई गई है। मंगलवार को देहरादून में बादल फटने की घटना के बाद राजधानी में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। देहरादून से मसूरी का 35 किमी का रास्ता कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस वजह से मसूरी में करीब 2500 पर्यटक फंसे हुए हैं। लोगों को रेस्क्यू करने का काम जारी है।
मौसम विभाग ने आज देश के कई राज्यों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। IMD ने बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के लिए अलर्ट जारी किया है।
पंजाब में दशकों बाद आई बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई। सूबे के सभी 23 जिले बाढ़ के पानी में डूब गए। 1900 गांव जलमग्न हो गए। हजारों हेक्टेयर में लगी फसल तबाह हो गई। राज्य को करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पंजाब के लिए राहत पैकेज की मांग करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने राज्य के लिए 20 हजार करोड़ रुपए की राहत पैकेज की मांग की है।
15 सितंबर से मानसून की वापसी का दौर शुरू हो गया है। 15 अक्टूबर को कर्नाटक के रास्ते मानसून पूरी तरह से लौट जाएगा। इस साल मानसून 24 मई को केरल पहुंचा था, जो साल 2009 के बाद सबसे पहली बार आया था। इस सीजन मानसून के दौरान 778.6 मिमी की सामान्य वर्षा के मुकाबले 836.2 मिमी बारिश हुई।
यह सामान्य बरसात के मुकाबले 7 फीसदी ज्यादा है। वहीं, उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य बारिश (538.1 मिमी) के मुकाबले 34 फीसदी अधिक यानी 720.4 फीसदी बारिश हुई। मध्य भारत में 978.3 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 882 मिमी से 11 प्रतिशत ज्यादा है, जबकि दक्षिणी भारत में सामान्य 611 मिमी से 7 प्रतिशत ज्यादा हुई है, हालांकि, पूर्वोत्तर भारत में इस साल सामान्य से कम बारिश हुई है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में 949.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य 1192.6 मिमी से 20 प्रतिशत कम है।
Published on:
18 Sept 2025 07:53 am
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