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INDIA: भारत के वो राज्य जो तीन देशों से हैं घिरे, क्या आपको पता है इसका जवाब

क्या आप जानते हैं कि भारत में सिर्फ तीन ही राज्य ऐसे हैं जिनकी सीमाएं तीन देशों के साथ जुड़ी हैं? अगर आप इस सवाल का जवाब नहीं जानते हैं तो चलिए जानते हैं।

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जब हम भारत के विभिन्न राज्यों के बारे में सोचते हैं, तो हमारी कल्पना में उनके भौगोलिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और विविधता की तस्वीरें उभरने लगती हैं। कुछ राज्य अपने प्राकृतिक सौंदर्य से मन मोह लेते हैं, तो कुछ की ऐतिहासिक धरोहर हमें अतीत की सैर कराती है। इसी रंगीन विविधता में कुछ राज्य ऐसे भी हैं जो अपनी अद्वितीय सीमा भागीदारी के लिए जाने जाते है। भारत में कई राज्य हैं जो अपनी सीमाएं पड़ोसी देशों के साथ साझा करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में सिर्फ तीन ही राज्य ऐसे हैं जिनकी सीमाएं तीन देशों के साथ जुड़ी हैं? ये राज्य हैं सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, और पश्चिम बंगाल। ये राज्य न केवल अपनी खूबसूरत भौगोलिक स्थिति के लिए मशहूर हैं, बल्कि इनकी रणनीतिक स्थिति और सांस्कृतिक विविधता भी इन्हें खास बनाती है। आइए, जानते हैं इन राज्यों से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें और उनकी सीमाओं की अद्भुत विशेषताओं के बारे में।

सिक्किम: एशिया का प्रवेश द्वार

सिक्किम भारत का दूसरा सबसे छोटा और सबसे कम आबादी वाला राज्य है, और पूर्वी हिमालय में स्थित है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक है और राज्य की कुल क्षेत्रफल लगभग 7,096 वर्ग किलोमीटर है। यह राज्य अपनी सीमा तीन देशों के साथ साझा करता है। इसकी सीमा पूर्व में भूटान, उत्तर में चीन और पश्चिम में नेपाल से लगती है। सिक्किम का रणनीतिक महत्व भी कम नहीं है। चीन, भूटान और नेपाल के साथ इसकी सीमाएं होने के कारण यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति है। यह राज्य भारत-चीन सीमा विवाद के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। सिक्किम अपनी जैव विविधता के लिए भी जाना जाता है और यह विश्व की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी कंचनजंगा का घर है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, जलवायु और विविधता इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाती है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गंगटोक, नाथू ला दर्रा, त्सोमगो झील, युकसोम, और रुमटेक मठ शामिल हैं।

सिक्किम का इतिहास प्राचीन है और इसे 17वीं शताब्दी में फुन्त्सोग नामग्याल ने बसाया था। 1975 में यह भारत का 22वां राज्य बना। सिक्किम विभिन्न जातीय समूहों, भाषाओं और संस्कृतियों का संगम है। यहां के प्रमुख जातीय समूहों में लेपचा, भूटिया, और नेपाली शामिल हैं। इन सभी की अपनी अनूठी संस्कृति, रीति-रिवाज और त्योहार हैं। यहां के प्रमुख त्यौहारों में लोसार, द्रुक्पा तेशी, और भुमचू शामिल हैं।

पश्चिम बंगाल: सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता का प्रतीक

पश्चिम बंगाल उत्तर में भूटान, उत्तर-पूर्व में बांग्लादेश, और उत्तर-पश्चिम में नेपाल के साथ सीमाएं साझा करता है। पश्चिम बंगाल अपनी सीमा का अधिकांश हिस्सा बांग्लादेश के साथ साझा करता है। पश्चिम बंगाल की सीमा का लगभग 2,217 किलोमीटर बांग्लादेश के साथ जुड़ा हुआ है, जो इसे बांग्लादेश के साथ सबसे लंबी सीमा साझा करने वाला भारतीय राज्य बनाता है। यह राज्य अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक महत्व के लिए जाना जाता है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता है और इसका क्षेत्रफल लगभग 88,752 वर्ग किलोमीटर है। यह राज्य विविध भौगोलिक क्षेत्रों में विभाजित है, जिसमें पहाड़, मैदान, और तटीय क्षेत्र शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की जलवायु भी विविध है। यहां गर्मी, मानसून और सर्दी तीनों मौसम एक साथ महसूस किया जा सकते हैं। पश्चिम बंगाल सांस्कृतिक रूप से भी एक समृद्ध राज्य है। यहां बंगाली भाषा और संस्कृति प्रमुख हैं। राज्य के प्रमुख त्योहारों में दुर्गा पूजा, काली पूजा और पोइला बोइशाख शामिल हैं। यहां के साहित्य, संगीत और कला की विश्वव्यापी पहचान है।

पश्चिम बंगाल का इतिहास प्राचीन है और इसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राज्य के रूप में जाना जाता है। पश्चिम बंगाल का रणनीतिक महत्व भी महत्वपूर्ण है। यह राज्य पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार है और भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के साथ इसकी सीमाएं इसे एक महत्वपूर्ण व्यापार और सांस्कृतिक केंद्र बनाती हैं। पश्चिम बंगाल के भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। यह राज्य इन देशों के साथ आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को बनाए रखता है। भारत और बांग्लादेश के बीच की सीमा पर स्थित पेट्रापोल-बेनापोल सीमा चौकी एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग है।

अरुणाचल प्रदेश: उगते सूरज की भूमि

अरुणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है। अरुणाचल का मतलब होता है "उगते सूरज का पर्वत"। यह राज्य, भारत में ब्रह्मपुत्र नदी का प्रवेश द्वार है। प्रदेश की सीमाएं दक्षिण में असम, दक्षिणपूर्व में नागालैंड, पूर्व में म्यांमार, पश्चिम में भूटान और उत्तर में चीन (तिब्बत) से मिलती है। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर है और राज्य का कुल क्षेत्रफल लगभग 83,743 वर्ग किलोमीटर है। अरुणाचल प्रदेश अपनी सबसे लंबी सीमा चीन के साथ साझा करता है। चीन के साथ इसकी सीमा लगभग 1,129 किलोमीटर लंबी है, जो इसे एक महत्वपूर्ण सामरिक क्षेत्र बनाती है। भारत और चीन के बीच का सीमा विवाद यहां के लिए एक प्रमुख मुद्दा है। यह राज्य पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित है और यहां की भौगोलिक स्थिति इसे एक प्राकृतिक स्वर्ग बनाती है।

अरुणाचल प्रदेश का इतिहास समृद्ध है। यह क्षेत्र 20वीं शताब्दी में भारतीय संघ का हिस्सा बना। अरुणाचल प्रदेश विभिन्न जातीय समूहों, भाषाओं और संस्कृतियों का संगम है। अरुणाचल प्रदेश में 26 प्रमुख जनजातियां हैं, जिनमें अपातानी, न्याशी, मोनपा, और आदिवासी शामिल हैं। इन सभी की अपनी अनूठी संस्कृति, रीति-रिवाज और त्योहार हैं। यहां की संस्कृति में नृत्य, संगीत, और परंपराओं का विशेष महत्व है।