दूसरी ओर इस हादसे में एक बड़ी अपडेट सामने आई है। मिली जाकनारी के अनुसार इस हादसे की जांच दो स्तरों पर होगी। बता दें कि इस बस हादसे में इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के 7 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 30 से ज्यादा घायल हुए थे। अब इस मामले की जांच आईटीबीपी के साथ-साथ जम्मू कश्मीर पुलिस भी करेगी। शुरुआती तौर पर इस हादसे की वजह बस का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि अब इस पूरी मामले पर आईटीबीपी ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं दूसरी तरफ बस जम्मू कश्मीर पुलिस की होने की वजह से वो भी इस घटना की गहन जांच कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में हाल के दिनों में सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। ऐसे में अंदेशा है कि बस हादसा कहीं कोई आतंकी साजिश तो नहीं थी, इसको लेकर 2 स्तरीय जांच की जा रही है।
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जानकारों के अनुसार सेना के वाहनों में ब्रेक फेल होने जैसे मामले अक्सर सामने नहीं आते हैं। यही वजह है कि आईटीबीपी भी इस मामले में उच्चस्तरीय जांच करेगी, ताकि हादसे की असली वजह का पता लगाई जा सके। आईटीबीपी के मुताबिक शुरुआती तौर पर इसे बस हादसा ही माना जा रहा है। मगर जांच टीमें कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। हर एंगल से मामले की जांच की बात कही जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, गंभीर रूप से घायल 8 जवानों को एयरलिफ्ट कर श्रीनगर ले जाया गया है, जहां उन्हें बेहतर इलाज मिल सके। इस हादसे में शहीद जवानों की पहचान हेड कांस्टेबल दुला सिंह (तरन तारन, पंजाब), कांस्टेबल अभिराज (लखीसराय, बिहार), कांस्टेबल अमित कुमार (एटा, यूपी), कांस्टेबल डी. राज शेखर (कडपा, आंध्र प्रदेश), कांस्टेबल सुभाष बैरवाल (सीकर राजस्थान), कांस्टेबल दिनेश बोहरा (पिथौरागढ़, उत्तराखंड) और कांस्टेबल संदीप कुमार (जम्मू संभाग) के रूप में हुई है।