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बेमौसम बारिश ने धान की फसलों को पहुंचाया तगड़ा नुकसान, किसानों के आंखों में आए आंसू

गुजरात के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश के चलते किसानों को तगड़ा नुकसान हुआ है। कई हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है। 29 अक्टूबर तक दक्षिण गुजरात में बारिश की संभावना बनी हुई है।

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धान की फसल (Photo-IANS)

धान की फसल (Photo-IANS)

Heavy Rain in Gujarat: गुजरात के दक्षिणी हिस्से के अलग-अलग जिलों में भारी बारिश से धान की फसलों को नुकसान हुआ है। गुजरात के कृषि विभाग ने कहा कि किसानों को नुकसान का अंदाजा लगाने के लिए जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर दिया गया है। एमपी धवल पटेल ने प्रदेश के कृषि मंत्री जीतूभाई वघानी से किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग की है।

बीते तीन दिनों से भारी बारिश का दौर जारी

धवल पटेल ने लिखा कि अरब सागर में बने निम्न दवाब की वजह से वलसाड जिले में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है। बेमौसम बारिश के कारण इलाके में धान उगाने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ है। जिले के अधिकतर किसान आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वे अपनी फसलों का इतना नुकसान नहीं झेल सकते हैं।

वलसाड में हुई 60 मिमी बारिश

बाढ़ नियंत्रण विभाग ने कहा कि बीते शनिवार और रविवार को वलसाड में 60 मिलीमीटर, नवसारी में 10 मिलीमीटर और सूरत में 60 मिली मीटर बारिश हुई। नवसारी में कृषि विभाग के अधिकारी अतुल गजेरा ने कहा कि हमने धान की फसल के नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है। अभी धान की फसल पकने के स्टेज में है और कटाई के लिए तैयार है। इलाके में बीते कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है। इस वजह से फसलों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में बारिश का पानी कई दिनों तक खेतों में जम जाता है, इससे फसलों को नुकसान पहुंचाता है।

60 फीसदी किसान उगाते हैं धान

उन्होंने आगे कहा कि नवसारी जिले में, 40,000 हेक्टेयर जमीन पर धान की फसल बोई जाती है, जबकि बागवानी की फसलें भी मौसम के आखिर में होने वाली बारिश से खराब हो जाती हैं। करीब 60 फीसदी किसान यहां धान उगाते हैं। धान के अलावा, दूसरी मुख्य फसल गन्ना है।

सूरत में कृषि विभाग के अधिकारी सतीश गामित ने कहा कि हमने सूरत जिले के अलग-अलग तालुका में टीमें भेजी हैं, जहां बारिश हुई है। सूरत जिले में 1.15 लाख हेक्टेयर जमीन पर खेती होती है, जिसमें से 50,000 हेक्टेयर में धान की खेती होती है। कई किसानों ने अपनी धान की फसल काटकर सूखने के लिए खुले में छोड़ दी है, लेकिन उन्हें भी नुकसान हुआ है। अभी कुछ भी कहना मुश्किल है।

29 अक्‍टूबर तक ऐसा ही मौसम

मौसम विभाग (IMD) ने 29 अक्टूबर तक दक्षिण गुजरात क्षेत्र के भरूच, सूरत, डांग, नवसारी, वलसाड, तापी और दमन, दादरा और नगर हवेली जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और दीव में भी भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, अरवल्ली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, पंचमहल, दाहोद, महिसागर, वडोदरा, छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, नवसारी, वलसाड, तापी, सुरेंद्रनगर, राजकोट, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ और दीव में भी कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है।