
अमित शाह की टिप्पणी की पूर्व जजों के समूह ने की निंदा (Photo-IANS)
Vice President Election: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी पर नक्सलवाद समर्थन करने का आरोप लगाया था। अमित शाह की इस टिप्पणी को लेकर 18 सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के एक समूह ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। पूर्व न्यायाधीशों के समूह ने अमित शाह की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि नाम पुकारने से बचना बुद्धिमानी होगी।
रिटायर न्यायाधीशों ने कहा सलवा जुडूम मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सार्वजनिक रूप से गलत व्याख्या करने वाला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह फैसला कहीं भी, न तो स्पष्ट रूप से और न ही अपने पाठ के निहितार्थों के माध्यम से, नक्सलवाद या उसकी विचारधारा का समर्थन करता है।
उन्होंने अमित शाह को लिखे पत्र में कहा- उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रचार अभियान वैचारिक हो सकता है, लेकिन इसे सभ्य और गरिमापूर्ण तरीके से चलाया जा सकता है। किसी भी उम्मीदवार की विचारधारा की आलोचना से बचना चाहिए।
अमित शाह के बयान पर इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि वह इस मामले पर अमित शाह के साथ सीधे तौर पर बहस नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि सलवा जुडूम का फैसला अकेले उनका नहीं बल्कि सर्वोच्च न्यायालय की पीठ का था।
रेड्डी ने कहा मैं सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री के साथ इस मुद्दे पर जुड़ना नहीं चाहता, जिनका संवैधानिक कर्तव्य और दायित्व वैचारिक मतभेदों के बावजूद प्रत्येक नागरिक के जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि यदि अमित शाह ने स्वयं निर्णय पढ़ा होता तो “शायद उन्होंने यह टिप्पणी नहीं की होती।
केरल में शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी वह व्यक्ति हैं जिन्होंने नक्सलवाद की मदद की। उन्होंने सलवा जुडूम पर फैसला सुनाया। अगर सलवा जुडूम पर फैसला नहीं सुनाया गया होता तो नक्सली आतंकवाद 2020 तक खत्म हो गया होता। वह व्यक्ति हैं जो सलवा जुडूम पर फैसला देने वाली विचारधारा से प्रेरित थे।
Updated on:
25 Aug 2025 07:09 pm
Published on:
25 Aug 2025 02:47 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
