
सोशल मीडिया पर वायरल सनरूफ स्टंट वीडियो। (फोटो: रेडिट वीडियो स्क्रीन शॉट.)
Sunroof Stunt Viral Video : सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दो युवतियां ( Road Stunt Women) एक एसयूवी कार के सनरूफ से एकदम बाहर झुक कर खतरनाक स्टंट (Sunroof Stunt) कर रही हैं। व्यस्त सड़क पर ट्रैफिक के बीच यह हरकत न केवल उनकी जान जोखिम में डाल रही है, बल्कि अन्य वाहन चालकों के लिए भी खतरा पैदा कर रही है। रेडिट पर शेयर इस वीडियो ने नेटिजंस में गुस्सा भरा दिया है, जहां लोग इसे लापरवाही और दिखावे का प्रतीक बता रहे हैं। यह घटना सड़क सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताएं जाहिर कर रही है, खासकर युवाओं में स्टंट कल्चर के कारण बढ़ते खतरे की ओर इशारा कर रही है।
बेंगलुरु का यह वीडियो रेडिट पर "सनरूफ को मारुति जिप्सी में बदला गया" टाइटल से पोस्ट किया गया है। क्लिप में शाम के समय एक काली एसयूवी धीमी गति से सड़क पर चल रही है। कार के सनरूफ से दो युवतियां पूरी तरह बाहर झुक गई हैं, मानो वे किसी एडवेंचर फिल्म के सीन की नकल कर रही हों। उनके चेहरे पर उत्साह साफ दिख रहा है, लेकिन उन्हें खतरे की कोई परवाह नहीं है। वीडियो में बैकग्राउंड में व्यस्त ट्रैफिक और अन्य वाहन दिखाई दे रहे हैं। पोस्ट का कैप्शन है, "वे आखिर क्या सोच रही थीं?" जो लाखों व्यूज बटोर चुका है।
यह वीडियो केवल युवतियों की हरकत तक सीमित नहीं। क्लिप में कई मोटरसाइकिल सवार बिना हेलमेट के पीछे बैठे दिख रहे हैं, जो ट्रैफिक नियमों की खुलेआम अवहेलना करना दर्शा रहा है। सड़क पर चलते हुए यह दृश्य एक बड़े खतरे का संकेत है, जहां छोटी सी चूक किसी की भी जान ले सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसे स्टंट अक्सर सोशल मीडिया लाइक्स के चक्कर में करते हैं, लेकिन इनका असर घातक होता है।
वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं बरसाना शुरू कर दिया। एक यूजर ने कमेंट किया, "ये लड़कियां खुद को सुपरस्टार समझ रही हैं, लेकिन असल में ये मौत को न्योता दे रही हैं।" दूसरा यूजर बोला, "कूल बनने की होड़ में जान जोखिम में डालना? ये आधुनिकता नहीं, पागलपन है।" तीसरे यूजर ने लिखा, "बेंगलुरु का पुराना वीडियो याद आ गया, जहां सनरूफ से बाहर निकले बच्चे को चोट लगी थी। क्या ये लोग कभी सीखेंगे ?"
ये कमेंट्स न केवल इस वीडियो पर, बल्कि पूरे स्टंट कल्चर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। ट्विटर (अब एक्स) पर #SunroofStunt और #RoadSafety जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई यूजर्स ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है, जबकि कुछ यूजर्स ने जागरूकता कैम्पेन चलाने का सुझाव दिया। एक सर्वे के मुताबिक, 70% नेटिजंस मानते हैं कि सोशल मीडिया स्टंट्स सड़क हादसों का बड़ा कारण बन रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत में सड़क दुर्घटनाएं एक बड़ी समस्या हैं। हर साल लाखों लोग ट्रैफिक नियम तोड़ने से जान गंवाते हैं। सनरूफ स्टंट्स जैसे मामलों ने इस समस्या को और जटिल बना दिया है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में 1.5 लाख से ज्यादा सड़क हादसे हुए, जिनमें युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा थी। विशेषज्ञ कहते हैं कि सनरूफ से बाहर झुकना न केवल ड्राइवर की एकाग्रता भंग करता है, बल्कि हवा के झोंके या अचानक ब्रेक लगने से गंभीर चोट भी लग सकती है।
इस वीडियो ने एक पुरानी घटना की याद दिला दी। बेंगलुरु में एक बच्चा सनरूफ से बाहर निकला और उसे गंभीर चोट लग गई। वह वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने अभियान चलाया। लेकिन आज भी ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि सनरूफ स्टंट्स पर जुर्माना 5,000 रुपये तक हो सकता है, लेकिन जागरूकता की कमी से लोग नियमों को हल्के में लेते हैं।
सोशल मीडिया के दौर में युवा स्टंट्स को ग्लैमरस मानने लगे हैं। टिकटॉक और इंस्टाग्राम पर ऐसे वीडियो मिलियन व्यूज मिल जाते हैं, जो और लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करते हैं। लेकिन हकीकत में ये स्टंट्स मौत का खेल हैं। एक अध्ययन के अनुसार, 60% युवा लाइक्स के लिए जोखिम भरे काम करते हैं। इस वीडियो की महिलाओं को देखकर लगता है कि वे भी इसी ट्रेंड का शिकार हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये "कूल" मोमेंट्स आपकी जिंदगी की कीमत पर सही हैं?
सरकार और एनजीओ सड़क सुरक्षा कैम्पेन चला रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी जिम्मेदारी लेनी होगी। वीडियो को प्रमोट करने से पहले चेतावनी देना जरूरी है। अगर ऐसी क्लिप्स पर स्ट्रिक्ट मॉडरेशन हो, तो शायद ये ट्रेंड रुके।
इस तरह की घटनाओं का कानूनी पहलू भी गंभीर है। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत खतरनाक ड्राइविंग पर 1,000 से 5,000 रुपये जुर्माना और लाइसेंस सस्पेंड हो सकता है। अगर हादसा हो जाए, तो लापरवाही के लिए आईपीसी की धारा 304A के तहत केस दर्ज हो सकता है। इस वीडियो के बाद कई यूजर्स ने लोकल पुलिस को टैग किया, जिससे जांच शुरू हो सकती है।
सामाजिक रूप से, यह महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है। सड़क पर स्टंट करने वाली महिलाओं को अक्सर ट्रोल किया जाता है, जो जेंडर बायस को बढ़ावा देता है। एक तरफ जहां पुरुष स्टंट्स को "मर्दाना" कहते हैं, वहीं महिलाओं को "ओवरएक्टिंग"। लेकिन खतरा तो सबके लिए बराबर है। समाज को मिलकर जागरूकता लानी होगी।
बहरहाल सुरक्षा विशेषज्ञों का सुझाव है कि ड्राइविंग स्कूलों में स्टंट कल्चर पर क्लासेस होनी चाहिए। पैरेंट्स को बच्चों को सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव के बारे में बताना जरूरी है। इसके अलावा, ऐप्स पर एआई टूल्स से खतरनाक वीडियो को ब्लॉक किया जा सकता है। अगर हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे, तो सड़कें सुरक्षित बन सकती हैं। यह वीडियो एक सबक है कि मोमेंट्री फेम के लिए जिंदगी दांव पर न लगाएं।
Updated on:
21 Oct 2025 02:59 pm
Published on:
21 Oct 2025 02:16 pm
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