
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में सरकार और राज्यपाल के बीच चल रहा तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) सरकार पर हमला बोला है। राज्यपाल ने ना सिर्फ ममता सरकार पर निशाना साधा बल्कि प्रदेश के आईएएस ( IAS ) और आईपीएस (IPS) अधिकारियों को भी घेरा। राज्यपाल ने कहा कि, आला अधिकारियों में संविधान के प्रति न तो कोई जवाबदेही है और ही पारदर्शिता ही है।
राज्यपाल ने एक बार फिर ममता सरकार के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए। बंगाल के गवर्नर ने आला अधिकारियों को लेकर कहा कि वे जनसेवक नहीं, बल्कि राजनीतिक सेवक हैं।
दरअसल राज्यपाल दो सप्ताह की छुट्टी पर मंगलवार को दार्जिलिंग पहुंचे हैं। इसी दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने ममता सरकार पर हमला बोला।
राज्यपाल ने इस दौरान महासप्तमी की बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों पर ममता के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने आईएएस और आईपीएस की भूमिका पर भी सवाल उठाया।
बता दें कि बंगाल के राज्यपाल बनाए जाने के बाद से राज्यपाल लगातार ममता सरकार और सरकारी अधिकारियों पर निशाना साधते रहे हैं, हालांकि हाल के दिनों में उन्होंने राजनीतिक बयानबाजी से चुप्पी साध ली थी।
लोकतांत्रिक मूल्य पड़े कमजोर
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि, 'मैं लोकतांत्रिक मानदंडों और मूल्यों के कमजोर पड़ने से बहुत आहत, परेशान हूं।
राज्य में मानवाधिकारों का पालन नहीं हो रहा है। जवाबदेही और पारदर्शिता नहीं है। यहां के नौकरशाह लोक सेवक नहीं, राजनीतिक सेवक हैं।'
उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रधान के रूप में बहुत ही आहत हूं और प्रजातांत्रिक नियमों के उल्लंघन के बारे में मीडिया को बताना चाहता हूं।
नौकरशाही की जवाबदेही और पारदर्शिता निम्न स्तर पर है। आईपीएस, आईएएस अधिकारी और मुख्य सचिव कानून के शासन और राज्यपाल के प्रति उदासानी है। जो दस्तावेज सभी नागरिकों को उपलब्ध होने चाहिए। वो संवैधानिक प्रमुख तक को उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
Published on:
12 Oct 2021 04:47 pm
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