
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई के बीच रविवार को सोशल मीडिया पर तीखी नोकझोंक देखने को मिली। इस बार विवाद का केंद्र रहा गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कॉलबर्न के कथित पाकिस्तान कनेक्शन, जिसे लेकर सरमा ने गंभीर सवाल उठाए। सरमा ने बिना नाम लिए गोगोई पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या उनकी पत्नी को पाकिस्तान स्थित किसी एनजीओ से वेतन मिलता है और क्या गोगोई ने 15 दिन तक पाकिस्तान में समय बिताया था। इस हमले का जवाब देते हुए गोगोई ने भी पलटवार किया और सरमा से पूछा कि अगर वह उनके और उनकी पत्नी पर लगाए गए "दुश्मन देश के एजेंट" होने के आरोप साबित नहीं कर पाए तो क्या वह इस्तीफा देंगे।
हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी पोस्ट में तीन सवाल उठाए। पहला, क्या कांग्रेस सांसद ने लगातार 15 दिन पाकिस्तान में बिताए? यदि हां, तो यात्रा का उद्देश्य क्या था? दूसरा, क्या यह सच है कि सांसद की पत्नी भारत में रहते और काम करते हुए पाकिस्तान स्थित किसी एनजीओ से वेतन प्राप्त कर रही हैं? यदि हां, तो पाकिस्तानी संगठन भारत में की जाने वाली गतिविधियों के लिए वेतन क्यों दे रहा है? तीसरा, सांसद की पत्नी और उनके दो बच्चों की नागरिकता क्या है? क्या वे भारतीय नागरिक हैं या किसी अन्य देश की नागरिकता रखते हैं? सरमा ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले दिनों में और सवाल उठाए जाएंगे।
गौरव गोगोई ने सरमा की पोस्ट को शेयर करते हुए तीन सवालों के साथ जवाब दिया। उन्होंने पूछा, "अगर आप मेरे और मेरी पत्नी पर दुश्मन देश के एजेंट होने के आरोप साबित नहीं कर पाए तो क्या आप इस्तीफा देंगे? क्या आप अपनी पत्नी और बच्चों पर सवालों का जवाब देंगे? क्या असम की पहाड़ियों को नष्ट करने वाले और अघोषित करोड़ों कमा रहे कोयला माफिया से जुड़े लोगों को राज्य पुलिस गिरफ्तार करेगी?" गोगोई का यह तीसरा सवाल असम और मेघालय में अवैध कोयला खनन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हालिया खोज से जुड़ा था, जिसमें एक "सिंडिकेट" द्वारा अवैध कोयले को मेघालय से असम में लाने की बात सामने आई थी।
यह विवाद कोई नया नहीं है। फरवरी 2025 में असम सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया था, जो एक पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख के कथित हस्तक्षेप की जांच कर रहा है। शेख का गोगोई की ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कॉलबर्न से संबंध होने का दावा किया गया है। सरमा ने दावा किया कि SIT ने इस मामले में महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं, जिसमें यह खुलासा हुआ कि पाकिस्तान से भारत में किसी व्यक्ति को वेतन दिया जा रहा था।
गोगोई के जवाबी हमले में सरमा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह इन आरोपों को पिछले तीन महीनों से उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया गया। गोगोई ने कहा कि वह SIT की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी ओर, सरमा ने गोगोई के जवाब में कहा कि उनके या उनके परिवार का पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है और जल्द ही "पर्याप्त सामग्री" सार्वजनिक की जाएगी, जो गोगोई के पड़ोसी देश से कथित संबंधों को उजागर करेगी। उन्होंने 10 सितंबर 2025 तक इंतजार करने की बात कही।
यह विवाद जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में और गहरा गया है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने सरमा के बयानों की निंदा करते हुए उन्हें "नीच और आधारहीन" करार दिया और कहा कि सरमा भ्रष्टाचार के आरोपों से ध्यान हटाने के लिए गोगोई के परिवार पर हमला कर रहे हैं।
यह राजनीतिक टकराव न केवल असम बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। जैसे-जैसे SIT की जांच आगे बढ़ रही है, सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या सरमा अपने आरोपों को सबूतों के साथ साबित कर पाएंगे या गोगोई इस हमले को राजनीतिक बदले की भावना के रूप में स्थापित करने में सफल होंगे।
Updated on:
28 Apr 2025 09:37 am
Published on:
28 Apr 2025 09:36 am
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