
Jagdeep Dhankhar (Photo- ANI)
Jagdeep Dhankhar Resignation: जगदीप धनखड़ ने सोमवार देर शाम उपराष्ट्रपति (Vice President) पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) को अपना इस्तीफा सौंपा। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए धनखड़ ने इस्तीफा दिया है। उनके इस फैसले के बाद राजनीतिक जगत से तरह-तरह के रिएक्शन आ रहे हैं।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Congress Leader Jairam Ramesh) ने X पर लिखा कि मैं सोमवार शाम 5 बजे तक उनके साथ था। उस समय कई अन्य सांसद भी मौजूद थे। शाम 7.30 बजे उनसे फोन पर बातचीत भी हुई। उन्होंने कहा कि निस्संदेह धनखड़ को अपनी सेहत को प्राथमिकता देनी चाहिए, लेकिन यह पूरा घटनाक्रम अप्रत्याशित है। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, लेकिन अभी यह अनुमान लगाने का समय नहीं है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपेक्षा करते हैं कि वे भी उपराष्ट्रपति धनखड़ को अपना मन बदलने के लिए मनाएं। यह देशहित में होगा। इससे किसान समुदाय को बड़ी राहत मिलेगी।
धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस के पूर्व सांसद कुंवर अली दानिश (Congress EX MP Danish Ali) ने X पर लिखा कि 75 साल पूरे होने से पहले ही उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी को इशारा है। उन्होंने कहा कि सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि धनखड़ के इस्तीफे के बाद क्या उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को उपराष्ट्रपति बनाने की तैयारी चल रही है?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर राज्यसभा सांसद व वकील कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) ने मीडिया से बातचीत की। सिब्बल ने कहा कि मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। मैं बेहद दुखी हूं। मेरा धनखड़ के साथ बहुत अच्छा रिश्ता रहा है। मैं उन्हें करीब 30-40 सालों से जानता हूं। हम एक साथ कोर्ट में पेश हुए। कभी एक दूसरे के खिलाफ भी खडे़ हुए। हमारे बीच आत्मीय संबंध रहा। उन्होंने कहा कि हमारे राजनीतिक विचारों या मुद्दों पर मतभेद जरूर रहे होंगे, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर हमारे बीच बहुत मजबूत रिश्ता था।
पूर्व राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने लिखा- उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने अपने पद से स्वास्थ्य कारणों से त्यागपत्र दिया। उन्होंने राज्यसभा के उपसभापति के रूप में सदन और लोकतंत्र की मान मर्यादाओं का सदैव संरक्षण अत्यंत कुशलतापूर्वक किया। संसदीय इतिहास में उनकी सेवाओं को सदैव स्मरण किया जाएगा। मेरी ओर से उनका हृदय से अभिनंदन।
कांग्रेस नेता जेबी माथेर ने कहा कि यह चौंकाने वाली खबर है। सोमवार सुबह उन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता की थी। यह पूरी तरह से अप्रत्याशित कदम है। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद रहे हैं। हम अलग-अलग दृष्टिकोण से भी मुद्दों को देखते हैं, लेकिन एक जूनियर सांसद के रूप में उन्होंने मुझे राज्यसभा में कई बार बोलने का मौका दिया। हमेशा प्रोत्साहित किया।
उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता किरण कुमार चमाला ने कहा कि आज सुबह वह राज्यसभा में मौजूद थे। उन्होंने सदन में सभी से अपील की थी कि सभी राजनीतिक दल अपने मतभेद भुलाकर देश के विकास के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने रचनात्मक संवाद की बात कही थी। उनके अचानक इस्तीफा देने की खबर चौंकाने वाली है।
कांग्रेस के लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने कहा कि वह पूरे दिन संसद भवन में मौजूद थे। आखिर ऐसा क्या हो गया कि एक घंटे में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा? हम दुआ करते हैं कि खुदा उन्हें लंबी और स्वस्थ जिंदगी दे। पर मैं अभी तक समझ नहीं पा रहा हूं कि उनके इस्तीफे की असली वजह क्या है।
झामुमो की राज्यसभा सांसद महुआ माझी ने कहा कि यह चौंकाने वाली खबर है। खासकर विपक्ष के लिए। वह सोमवार को सदन में मौजूद थे। उन्हें देखने से ऐसा कहीं नहीं लग रहा था कि वह इस्तीफा देने वाले हैं। उन्होंने सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान कई जरूरी बातें भी कहीं। यह मामला कई लोगों को समझ नहीं आ रहा है। हम चाहते हैं कि उपराष्ट्रपति धनखड़ अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार करें।
Published on:
22 Jul 2025 06:51 am
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