
महिला कैब ड्राइवर (AI Image)
Female cab driver option in Ola, Uber: अब शहर की सड़कों पर सफर करते समय महिलाओं के मन में उठने वाला डर खत्म होगा। ऑनलाइन कैब बुकिंग के बाद अनजान पुरुष ड्राइवर के साथ देर रात ऑफिस से लौटना हो या फिर अनजान रास्तों पर सफर करने के दौरान अनजाना डर, महिलाओं को अब इस असुरक्षा से जल्द ही राहत मिलने वाली है। राइड बुक करने के लिए ओला, उबर और रैपिडों जैसे ऐप में महिला ड्राइवर चुन सकेंगी। इसके लिए ऐप पर जेंडर चॉइस ऑप्शन मिलेगा। हालांकि यह ड्राइवर उपलब्ध होने पर ही निर्भर करेगा। इसके साथ ही लोग यात्रा पूरी होने के बाद चालक को टिप भी दे सकेंगे।
केंद्र सरकार ने मीटर लीक एग्रीगेटर्स गाइडलाइन, 2025 में बदलाव किए हैं। राज्यों को इसे लागू करने के लिए कहा गया है। हालांकि नए नियम लागू करने की तारीख फिलहाल तय नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही नए नियम लागू होने की संभावना है।
सरकार के नए नियमों के मुताबिक ऑनलाइन कैब सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों कैब सर्विस ऐप्स को यात्रियों की सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने से जुड़े नए फीचर्स जोड़ने होगे। सरकार ने साफ किया है कि नियमों का उल्लंघन करने पर कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं गभीर मामलों में लाइसेंस भी रद्द किया जा सकेगा।
सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनियां बस फेयर से 50% तक कम किराया चार्ज कर सकती हैं। पीक ऑवर्स में भी किराया बस फेयर का दोगुने से ज्यादा नहीं हो सकता। जैसे अगर किसी रूट का सामान्य किराया 50 रुपए है, तो व्यस्त समय में भी 100 रुपए से ज्यादा नहीं लिया जा सकेगा। यात्रियों से डेड माइलेज यानी ड्राइवर के पिकअप पॉइंट तक पहुंचने की दूरी का चार्ज लेने पर भी रोक लगा दी गई है।
नए नियमों में यात्रा के बाद चालक को टिप देने की व्यवस्था भी बनाई गई है। इसके लिए भी नियम बनाए गए हैं। ऐप में टिप देने का ऑप्शन राइड पूरी होने के बाद ही दिखाई देगा। बुकिंग या ट्रिप के दौरान टिप मांगने की अनुमति नहीं होगी। टिप की 100% राशि ड्राइवर को मिलेगी। इसमें कंपनियां कोई कटौती नहीं कर सकेंगी। कंपनियों की ओर से गड़बड़ी करने पर सख्त कार्रवाई होगी।
विशेषज्ञों की माने तो फैसले को लागू करना आसान नहीं होगा। देशभर में कैब चलाने वाली महिलाओं की संख्या 5 प्रतिशत से भी कम है। ऐसे में हर जगह महिला ड्राइवर की उपलब्धता बेहद मुश्किल हो सकती है। इससे रात के समय बुकिंग में इंतजार का समय बढ़ सकता है। इस दौरान ड्राइवरों की संख्या सीमित होती है और मांग अधिक रहती है।
Published on:
26 Dec 2025 02:00 pm
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