नीमच

नीमच से 150 किलोमीटर के दायरे में नहीं है हेपेटाइटिस बी व सी की मशीनें

ढाई साल में 9 हजार लोगों का समिति कर चुकी है डायलिसिस

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Feb 20, 2023
मरीज की देखभाल करते हुए समिति सदस्य सुनील रस्तोगी।

पीडि़तों की नि:स्वार्थ सेवा में जुटी है नीमच मानव सेवा समिति

मुकेश सहारिया, नीमच. पीडि़त मानवता की सेवा करना हो और मन में दृढ़इच्छा शक्ति हो तो कोई भी बाधा मंजिल पाने से बाधक नहीं बन सकती। ऐसा ही कुछ नीमच में देखने को मिल रहा है। कोरोनाकाल में जब किडनी रोगियों को डायलिसिस कराने में परेशानी हुई तब 'नीमच मानव सेवा समितिÓ ने एक जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली। तब नीमच में मात्र २ डायलिसिस मशीनें थीं। मजबूत इरादों और जनसहयोग के दम पर पिछले ढाइ साल में समिति ने २ मशीनों को बढ़ाकर १४ तक पहुंचा दिया है।

शैने शैने कुनबा बढ़ा होता गया
मशहूर शायर मजरूह सुल्तानपुरी का शेर है 'मैं अकेला ही चला था जानिबे-मंजिल मगर, लोग आते गए और कारवां बनता गया'। ठीक इसी तरह 'नीमच मानव सेवा समिति' भी अपने हौंसलों को उड़ान देते हुए ४ सदस्यों से प्रारंभ होकर आज एक बड़े परिवार का आकार ले चुकी है। कोरोनाकाल (जुलाई 2020) में प्रथम लॉकडाउन के दौरान जब किडनी रोगियों को डायलिसिस कराने हेतु भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था तब समिति ने अपने अरमानों को पंख लगाने शुरू कर दिए थे। एक माह से भी कम समय में 'नीमच मानव सेवा समिति' का 13 अगस्त 2020 को रजिस्ट्रेशन हुआ। इसके साथ ही समिति को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। जनसहयोग से 3 नई डायलिसिस मशीनों की सौगात मिली। नीमच मानव सेवा समिति द्वारा रोगी कल्याण समिति के साथ मिलकर डायलिसिस सेंटर का विधिवत संचालन 31 अगस्त 2020 को प्रारंभ किया गया। तब डायलिसिस मशीनों की संख्या बढ़कर 5 हो गई थी।

डायलिसिस के शुल्क में कटौती
शासन द्वारा जिला चिकित्सालय नीमच में डायलिसिस सेंटर का संचालन मार्च 2016 से डीसीडीसी कंपनी से 850 रुपए प्रति डायलिसिस का अनुबंध कर प्रारंभ किया गया। उपरोक्त राशि के अलावा समस्त साधन (डायलाइजर, केमिकल, इन्जेक्शन, दवाइयां, स्टाफ आदि) दिया जाता था। रोगी कल्याण समिति नीमच द्वारा 31 अगस्त 2020 नीमच मानव सेवा समिति को डायलिसिस सेंटर के संचालन हेतु अनुबंध सम्पादित कर डीसीडीसी से किए गए अनुबंध अनुसार सामान एवं 850 रुपए के स्थान पर 500 रुपए प्रति डायलिसिस दिया जाना निर्धारित किया। यह अनुबंध 2 वर्ष के लिए सम्पादित किया गया। धीरे धीरे समाजसेवी और दानदाताओं के सहयोग से समिति की गतिविधियों में तेजी आने लगी। डायलिसिस सेंटर पर सुविधाओं के विस्तार के तहत अक्टूबर 2020 में हर बेड पर मल्टी पेरा मॉनिटर, फूड टेबल एवं सी सी टी वी कैमरे का इंस्टालेशन किया गया। रोगियों की बढ़ती संख्या के फलस्वरूप एक दिसम्बर 20 को समिति की चौथी नई डायलिसिस मशीन एवं 3 मल्टी पैरा मॉनिटर (इसीजी सुविधा युक्त) प्रारंभ की गई। नवम्बर 20 में सेंटर पर ऑक्सिजन की सेंट्रल लाइन सुविधा 10 बेड हेतु प्रारंभ की गई। समिति की सेवाओं को देखने हुए दानदाताओं ने मुक्तहस्त से सहयोग किया। 5 जनवरी 2021 को समिति को 5वी नई डायलिसिस मशीन मिली। एक नवंबर 21 को सेंटर पर सातवीं नई डायलिसिस मशीन की स्थापित हुई। दूसरे राज्यों से भी दानदाताओं ने सहयोग करना प्रारंभ किया। 20 जुलाई 2021 को पैरामाउंट यूनिवर्सल प्राइवेट लिमिटेड, सोनीपत के उद्योगपति सत्यनारायण गुप्ता, सनी गुप्ता के सौजन्य से समिति की 6ठी सेंटर पर लगी। इस मशीन के माध्यम से सेंटर पर हेपेटाइटिस बी (एचबीएस एजी) के रोगियों हेतु डायलिसिस सुविधा प्रारंभ। 26 जनवरी 2022 को स्वर्गीय सुरेशचंद्र गोयल एवं स्वर्गीय गोपीकिशन गोयल (फूलचंद रामसहाय गोयल परिवार नीमच) की स्मृति में उनके भांजे आशीष गुप्ता मंदसौर एवं अखिल गुप्ता, कोटा के आर्थिक सहयोग से समिति की आठवीं नई डायलिसिस मशीन मय मल्टी पैरा मॉनिटर की स्थापना के साथ सेंटर पर हैपेटाइटिस सी के रोगियों हेतु सुविधा प्रारंभ।

विदेश से भी दानदाताओं ने किया सहयोग
'नीमच मानव सेवा समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों के चर्चा देश के बाहर भी होने लगी। परिणाम यह रहे कि दानदाताओं ने भी सहयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक मार्च 2022 को एमएस सॉल्वेक्स प्रा. लिमिटेड परिवार एवं धानुका सोया प्रा. लिमिटेड के आर्थिक सहयोग से 2 नवीन डायलिसिस मशीन और मिली। 10 दिसंबर 2022 को समिति के सदस्य समाजसेवी कृष्ण गोपाल बाल्दी के दामाद चित्तौडग़ढ़ राजस्थान निवासी एवं वर्तमान में अबुधाबी में कार्यरत विकास बिड़ला सीए एवं बेटी प्रियंका बिड़ला सीए द्वारा एक मशीन का आर्थिक सहयोग किया। एक अन्य मशीन रमेशचन्द्र जी लढा नीमच वर्तमान में मुंबई में निवासरत के आर्थिक सहयोग से समिति को ११वीं और १२वीं नवीन डायलिसिस मशीनें मिली। इसके साथ अब समिति के पास कुल १४ डायलिसिस मशीनें हो गई हैं। साथ ही 20 अक्टूबर 202१ को एक हजार लीटर का नवीन आरओ प्लांट लगाया गया। 30 मई २022 को आरओ प्लांट की क्षमता में वृद्धि कर 1500 लीटर का किया गया। इतना सब होने के बाद भी आज भी लोगों के मन में यह भ्रम है कि जिला चिकित्सालय नीमच में डायलिसिस सेंटर का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है। सच्चाई यह है कि डायलिसिस सेंटर का संचालन सभी तरह के नियमों का पालन करते हुए पूर्ण साफ सफाई का ध्यान रखते हुए 'नीमच मानव सेवा समितिÓ सदस्यों सुनील रस्तोगी, कृष्ण कुमार गोयल, पुरुषोत्तम गुप्ता, ओमप्रकाश अग्रवाल द्वारा नर सेवा नारायण सेवा की भावना लेकर किया जा रहा है।

अब तक 8 हजार 951 डायलिसिस सेवा
नीमच मानव सेवा समिति के माध्यम से 31 अगस्त 2020 से 31 दिसंबर 2022 तक कुल 8 हजार 951 डायलिसिस सेवा की गई। समिति द्वारा शासन के निर्देशानुसार नाममात्र के शुल्क 500 रुपए पर डायलिसिस सेवा की जा रही है। 7 गरीब रोगी जो कि डायलिसिस का खर्च भी वहन करने की स्थिति में भी नहीं है। उनका डायलिसिस भी दानदाताओं एवं समिति के सदस्यों के आर्थिक सहयोग से नि:शुल्क किया जा रहा है। हेपेटाइटिस बी एवं हेपेटाइटिस सी की मशीन रतलाम, उदयपुर के बीच केवल नीमच में ही हैं। मंदसौर, चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा में भी यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
- सुनील रस्तोगी, मानक सदस्य नीमच मानव सेवा समिति

Published on:
20 Feb 2023 01:31 pm
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