नीमच

नीमच में राजस्थान से बड़ी मात्रा में अवैध रूप से आ रही रेत

- मिलीभगत से चल रहा अवैध परिवहन का बड़ा खेल

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Oct 12, 2022
नीमच में राजस्थान से बड़ी मात्रा में अवैध रूप से आ रही रेत

नीमच। मध्य प्रदेश के जिले नीमच में राजस्थान से बड़ी मात्रा में अवैध रूप से रेत का परिवहन हो रहा है। इस और किसी का ध्यान नहीं है जिसकी वजह से शासन को बड़ा नुकसान हो रहा है, ये रेत परिवहन बगैर रॉयल्टी के ट्रैक्टर के माध्यम से धड़ल्ले से किया जा रहा है। एक रायल्टी के नाम पर कई ट्रैक्टर रेत यहां आ जाती है और खनिज विभाग औपचारिकता के रूप में यदाकदा खानापूर्ति के लिए अपनी कार्रवाई कर इतिश्री कर लेता है। हालांकि पुलिस भी कभी-कभी कार्रवाई करते है, लेकिन अधिकंाश मिलीभगत का पूरा खेल चलता है और राजस्थान से मध्यप्रदेश में अवैध रेत के ट्रक प्रवेश करते है।

आपको बता दें कि वास्विकता यह है कि राजस्थान से डंपर तो अवैध रूप से रेत परिवहन कर प्रवेश कर ही रहे है। वहीं ट्रेक्टर पर रेत लाना ही सही नहीं है, क्योकि ट्रेक्टर मात्र कृषि कार्यो के लिए ही उपयोग किया जाना चाहिए. इसके उलट पर यहाँ ट्रेक्टर में जरूरत से ज्यादा रेत भरकर अवैध तरीके से राजस्थान की सीमा नीमच में लाई रही है। इस मामले पर हमने खनिज अधिकारी से बात की तो वे कार्रवाई की बात कहते हुए ट्रैक्टर मामले पर कोई ट्रैक्टर सामने आने पर कार्रवाई करने के साथ परिवहन विभाग को भी कार्रवाई के लिए लिखे जाने के बात कहते नजर आए. शहर में खुलेआम ट्रैक्टर रेत से भरे पड़े शहर के प्रमुख चौराहो पर नजर आ ही जाएंगे।

नयागांव की तरफ से सबसे अधिक परिवहन
राजस्थान राज्य के सीमावर्ती जिला होने के चलते बनास नदी से राजस्थान की होर से नीमच मार्ग अवैध रेत परिवहन हो रहा हैै। जिसके चलते नगयागांव, अठाना, चढ़ोल, सरोदा, सकतपुरिया गांव का मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस पर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए दो दिन पूर्व ज्ञापन भी दिया था। यहां से सबसे अधिक संख्या में रेत से ओवरलोड डम्पर और ट्रक गुजरते है। जिनका समय सुबह करीब 5 से 6 बजे है और रात में यह 11 से 12 बजे बाद गुजरना शुरू होते है। लेकिन लोगों की शिकायत के बाद कभी-कभी दिखावे की कार्रवाई होती है, और फिर हालत जस के तस बन जाते है।

लगातार होगी कार्रवाई
राजस्थान से जो भी रेत से भरे ट्रक आते है, विभाग उनकी रेंडमली जांच करता है। राजस्थान में रेत पर रॉयल्टी की टीसीपी पर्ची कटती है। जिसकी जांच की जाती है। पर्ची होने वह वैध है, जबकि पर्ची नहीं होने पर अवैध परिवहन पर कार्रवाई की जाती है। अभी जुर्माना काफी अधिक है, जिससे काफी अंकुश लगा है। फिर भी जो अवैध परिवहन करते है। उन पर कार्रवाई की जाती है। खनिज विभाग के पास साधन व बल सीमित है। उन्हें पुलिस व होमगार्ड अन्य बल पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे भी त्वरित कार्रवाई में दिक्कत आती है।
- देविका परमार, खनिज अधिकारी नीमच।

Published on:
12 Oct 2022 07:21 pm
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