आखिरकार रेलवे ने 730 दिन बाद रतलाम-चित्तौडग़ढ़ -रतलाम डेमू को फिर से ट्रैक पर दौड़ाने की तैयारी कर ली है। यह ट्रेन कोरोना की पहली लहर के चलते 22 मार्च 2020 को बंद की गई थी। तब से इस ट्रेन का लाभ रतलाम से चित्तौडग़ढ़ आने-जाने वाले यात्रियों को नहीं मिल रहा था। अब इस डेमू को फिर से शुरू करने की हरी झंडी 15 अप्रैल तक मिलने की संभावना है।
आपको बतादें कि लंबे समय से यात्री इस ट्रेन को शुरू करने की मांग कर रहे थे, हाल ही में रतलाम-झाबुआ सांसद गुमानसिह डामोर ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर, विभिन्न ट्रेन सहित प्रमुख रूप से बंद इस ट्रेन को शुरू करने की मांग की थी। अब उनके प्रयास रंग ला रहे हैं।
दरअसल, रेलवे ने ट्रेन नंबर 79303/79304 रतलाम-चित्तौडग़ढ़-रतलाम डेमू को कोरोना के दौरान 22 मार्च 2020 में बंद किया था। इसके बाद कई यात्री ट्रेन का संचालन शुरू करने की मांग कर रहे थे, लेकिन बार-बार मांग करने के बावजूद इस ट्रेन को शुरू नहीं किया गया। यात्रियों ने कई बार मांग, ज्ञापन, ई-मेल, ट्विट किए, लेकिन रेलवे हर वक्त जल्दी निर्णय लिया जाएगा से बाहर नहीं आया। ऐसे में यात्रियों की मांग को सांसद ने बीते सप्ताह रेल मंत्री से मुलाकात कर उठाया। अब यह प्रयास रंग ले आए हैं।
मंडल ने भी पत्र भेजे थे
रेल मंडल के अधिकारी भी ट्रेन को चलाना चाहते हैं। इसके लिए रेलवे ने दो बार स्मरण पत्र लिखे, पत्र नंबर टी 425.35.2 को 23 नवंबर 2021 व 7 मार्च 2022 को भेजा गया। रेलवे के आलाधिकारियों के अनुसार बोर्ड में ही पूरा मामला लंबित था।
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जल्दी दौड़ेगी मेमू ट्रेन
लंबे समय से संसदीय क्षेत्र के यात्री रतलाम-चित्तोडग़ढ़-रतलाम डेमू ट्रेन को चलाने की मांग कर रहे हैं। यात्रियों से जुड़ी कई सुविधाओं के साथ इस ट्रेन को फिर से चलाने के बारे में रेलमंत्री से चर्चा की थी, मांग को मंजूर कर लिया गया है। जल्दी ही रेलवे में इसकी सूचना आ जाएगी।
-गुमानसिंह डामोर, सांसद, रतलाम-झाबुआ