
उद्धव ठाकरे
नई दिल्ली। बीते दिनों मुंबई के साकीनाका रेप (sakinaka rape case) केस पूरे देश को झकझोर दिया। इसके बाद से महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी (governor) और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (cm uddhav thackeray) के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मुद्दे पर पत्र युद्ध चल रहा है। ऐसे में भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (chandrakant patil) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्यपाल पद का सम्मान करने की नसीहत दी है।
राज्यपाल ने किया संसद सत्र बुलाने का अनुरोध
दरअसल, महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने कुछ दिन पहले साकीनाका बलात्कार-हत्या मामले में सीएम उद्धव ठाकरे (cm uddhav thackeray) को पत्र लिखकर राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए कहा था। इसके जवाब में सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (cm uddhav thackeray) ने कहा कि राज्यपाल को महिलाओं की सुरक्षा और उन पर बढ़ते हमलों के संबंध में चर्चा के लिए केंद्र से संसद का सत्र बुलाने का अनुरोध करना चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने पत्र में उनके गृह राज्य उत्तराखंड सहित भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों के आंकड़े का जिक्र किया। इसके साथ ही ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल द्वारा इस तरह के निर्देश देना एक नया विवाद पैदा कर सकता है और यह लोकतांत्रिक संसदीय प्रक्रियाओं के लिए हानिकारक हैं। इसके बाद से इस मुद्दे पर महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आ गया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्यपाल के संवैधानिक पद का सम्मान करने की नसीहत दी है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे को दूसरे राज्यों पर उंगली उठाने के बजाय महाराष्ट्र की स्थिति को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए।
क्या है साकीनाका रेप केस
गौरतलब है कि हाल ही में मुंबई के साकीनाका (sakinaka rape case) इलाके में एक 30 वर्षीय महिला संग रेप की वारदात सामने आई थी। आरोपी ने महिला की बुरी तरह से पिटाई भी की थी, जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के कुछ घंटों बाद अस्पताल में महिला की मौत हो गई थी।
Published on:
22 Sept 2021 03:25 pm
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