
प्रतीकात्मक फोटो ( स्रोत Gemini )
Delhi Police : उत्तर प्रदेश से इन दिनों पुलिस एनकाउंटर के अनगिनत मामले सामने आ रहे हैं। वाहन चोरों से भी पुलिस की मुठभेड़ हो रही है। ऐसे में गाजियाबाद की इस घटना ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। सवाल यह है कि चोरी की कार से बुजुर्ग को रौंदते हुए भागे दिल्ली पुलिस के सिपाही का क्या होगा ? क्या पुलिस अब इस सिपाही का भी Encounter करेगी या फिर इस मामले में सिर्फ खाना पूर्ति ही की जाएगी।
गाजियाबाद के लिंक रोड थाना क्षेत्र में एक युवक ने सेल्टॉस कार से बुजुर्ग को रौंद दिया। इतना ही नहीं कार की टक्कर से बुरी तरह से घायल हुए बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के बजाय कार सवार युवक फिल्मी अंदाज में फरार हो गया। घर वालों को जब इस दुर्घटना का पता चला तो वे बुजुर्ग को आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। चिकित्सक बुजुर्ग को बचा नहीं सके और करीब सात दिन तक अस्पताल में रहने के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई। इस मामले में बुजुर्ग के बेटे रजत ने पुलिस को घटना की तहरीर देते हुए अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया कि उनके पिता जय प्रकाश सैनी 14 दिसंबर की सवेरे घर से घूमने के लिए निकले थे। इसी दौरान एक कार चालक ने उन्हे टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में घायल हुए उनके पिता की मौत हो गई।
इस मामले की जांच करते हुए जब पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि जिस कार से एक्सीडेंट हुआ है वह कार नोएडा से चोरी की गई थी। यानी पुलिस को अब इतना पता चल गया कि ये कार चोरी की है। इससे पुलिस की जांच की रफ्तार और तेज हो गई। पुलिस को लगा कि अब एनकाउंटर का ग्राफ और बढ़ेगा लेकिन तभी एक हैरान कर देने वाली बात सामने आई। जांच कर रही पुलिस टीम ने जब सीसीटीवी कैमरा के फुटेज का मिलान किया तो पता चला कि इस कार को दिल्ली पुलिस का एक सिपाही चला रहा था। पड़ताल करने पर पता चला कि काफी दिन से यह कार दिल्ली पुलिस के सिपाही दीपक के पास थी। दीपक इसी कार को इस्तेमाल करता था। इससे साफ हो गया कि या तो दीपक ने इस कार को खुद चोरी किया होगा या फिर दीपक के संबंध वाहन चोर गिरोह से हैं।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि जिस कार से सिपाही ने बुजुर्ग को टक्कर मारी थी वह कार 2022 में नोएडा से चोरी हुई थी। यानि साफ है कि दिल्ली के शाहदरा साइबर सैल में तैनात सिपाही दीपक पिछले करीब तीन साल से इस कार को चला रहा था। अब आप सोच रहे होंगे कि पुलिस के हाथ एक बड़ा नेटवर्क लग गया और एनकउंटर के साथ-साथ पूछताछ में बड़े खुलासें होंगे लेकिन ऐसा नहीं कुछ हुआ। एसीपी गाजियाबाद श्वेता यादव ने मीडियाकर्मियों को दिए एक बयान में बताया कि ''आरोपी सिपाही दीपक को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया है, न्यायालय ने उसे न्यायाहिक हिरासत में जेल में भेज दिया है'' यह भी जान लीजिए कि न्यायालय ने दीपक ने खुद पर लगे आरोपों के नकारा है। आरोपी सिपाही दीपक का कहना है कि उसने कार किसी से खरीदी थी उसे नहीं पता है कि कार चोरी की है।
Updated on:
27 Dec 2025 11:48 am
Published on:
27 Dec 2025 09:17 am
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