14 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इन्फ्लूएंजा और और कॉमन कोल्ड में क्या अंतर होता है।

इन्फ्लूएंजा एक ऐसी बीमारी है जो लोगो के के हेल्थ पर असर डालती है ।आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की इन्फ्लूएंजा के कारण आप को कोल्ड और सर्दी दोनो का अनुभव हो सकता है।

2 min read
Google source verification
Health Tips: कैसे पता करें कि आपको सर्दी है, फ्लू या कोविड-19

Coronavirus symptoms omicron how find if you have a cold the flu or covid19

नई दिल्ली। कॉमन कोल्ड और सर्दी भी लगभग इन्फ्लूएंजा के जैसा ही होता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको दोनो के बारे में पूरी जानकारी देंगे । आज हम आपको बताएंगे की दोनो एक जैसे होते हुए भी अलग अलग कैसे हैं। इन्फ्लूएंजा वायरस से पीड़ित व्यक्ति के खांसने और छींकने पर अन्य व्यक्ति भी इसके संपर्क में आ जाता है तो यह वायरस फैल सकता है। अगर आप खांसी जुकाम जैसी बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं तो यह धीरे-धीरे चल के इन्फ्लूएंजा का रूप ले लेता है।

इन्फ्लूएंजा
इन्फ्लूएंजा , जिसे फ्लू या ग्रिप भी कहा जाता है , ऊपरी या निचले श्वसन पथ का एक तीव्र वायरल संक्रमण है जो बुखार , ठंड लगना, और मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की एक सामान्यीकृत भावना के साथ-साथ सिर और पेट में दर्द की अलग-अलग डिग्री के साथ चिह्नित होता है। इन्‍फ्लूएंजा या फ्लू से होने वाला सर्दी जुकाम वायरस जनित होता है। यह आमतौर पर एक दूसरे से फैलता है। अगर किसी को फ्लू है और उसके संपर्क में कोई आता है तो उसे भी फ्लू हो सकता है। यह मरीज में एक से डेढ़ हफ्ते तक रह सकता है। इसमें भी मरीज को सर्दी-जुकाम होता है और शरीर में बुखार रहता है।हालांकि बुखार बहुत तेज नहीं होता।इसमें नाक लगातार भी बह सकती है।

कॉमन कोल्ड
सर्दी जुखाम बुखार के साथ यदि आपको इन तीनो चीज़ों का अनुभव हो रहा हो तो इसको हम कॉमन कोल्ड कह सकते हैं।

यह भी पढ़े-Benefits of asli seads: जानें असली बीज के जबरदस्त फ़ायदे
साफ सफाई—स्वच्छता पर ध्यान दें इन्फ्लूएंजा वायरस हो जाने पर सबसे पहले तो स्वच्छता पर ध्यान दें। जैसे खाना खाने से पहले हाथों को जरूर धोएं। इसके अलावा शरीर को अधिक से अधिक आराम दें।

बचने का तरीका
अदरक का सेवन
वायरस होने के चलते बुखार होता है। जिसके चलते पानी की कमी हो जाती है।साथ ही आप कोशिश करें की हर बार अदरक को किसी न किसी प्रकार से अपने खाने में जरूर शामिल करें। इससे शरीर में पानी की पूर्ति होने के साथ हीं साइनस में फायदा करता है।