AK-47 ने ली है सबसे ज्यादा लोगों की जानें, एक असफल कवि की रचना है ये गन

एके-47 असॉल्ट राइफल बनाने वाले मिखाइल कलाश्निकोव अपने जवानी के दिनों में कवि बनना चाहते थे।

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Dec 24, 2016
Mikhail Kalashnikov
नई दिल्ली। एके-47 असॉल्ट राइफल बनाने वाले मिखाइल कलाश्निकोव अपने जवानी के दिनों में कवि बनना चाहते थे। लेकिन सेना में जनरल बन गए। इसी के चलते कुछ लोग एके-47 को 'असफल रूसी कवि की उदास रचना' भी कहते हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतारने वाली एके-47 मशीन गन मिखाइल कलाश्निकोव की ही देन है।

मिखाइल ने बंदूक ही नहीं बनाई बल्कि 6 किताबें भी लिखी
मिखाइल कलाश्निकोव ने छह किताबें लिखी हैं। तीन साल पहले 23 दिसंबर 2013 को मिखाइल की मौत हुई है। साल 2009 में एक कार्यक्रम में उन्होंने पत्रकारों से कहा था 'मैं जवानी के दिनों में कविताएं लिखा करता था। लोग सोचते थे मैं बड़ा होकर कवि बनूंगा। लेकिन मैं कवि बनने की जगह सेना में जनरल बन गया।' इस दौरान मिखाइल ने खुद को बुरा और असफल कवि भी कहा था।

मिखाइल का जन्म 10 नवंबर 1919 में सोवियत संघ के कुर्या में हुआ था। मोजाम्बिक के झंडे पर एके-47 का चित्र बना है, जो कि क्रांति का प्रतीक है। मोजाम्बिक ने पुर्तगाल से आजादी की लड़ाई इसी हथियार से लड़ी थी और बाद में इसे अपने राष्ट्रीय झंडे पर जगह दी। एके-47 को सर्बिया के बर्फ से वेयतनाम के दलदल तक हर जगह एक जैसी चलती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि इसकी गोली कभी फंसती नहीं है।
Published on:
24 Dec 2016 09:52 am
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