
Namo Bharat Train:दिल्ली से पानीपत के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। पहले सामान्य ट्रेन या सड़क के माध्यम से यह दूरी तय करने में 2 से 3 घंटे का समय का लगता था, लेकिन अब यात्री दिल्ली से पानीपत का सफर महज 1 घंटे में ही पूरा कर लेंगे। दरअसल, इस रूट पर अब नमो भारत ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है, इस रूट में 17 स्टेशन बनाए जाएंगे और इस प्रोजेक्ट का अनुमानित लागत 33,000 हजार करोड़ बताई जा रही है।
आपको बता दें कि NCRT ने उत्तरी दिल्ली के महत्वपूर्ण हिस्से में काम करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। NCRTC ने कश्मीरी गेट से भालस्वा तक के रूट पर बिजली की लो-टेंशन लाइनों, केबलों और स्ट्रीट लाइट्स को शिफ्ट करने तथा बदलने के लिए टेंडर आमंत्रित किया है। दिल्ली का यह वही हिस्सा है, जहां घनी आबादी रहती है और लोगों को भारी ट्रैफिक की परेशानियों से जूझना पड़ता है। इस विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने कहा है कि यूटिलिटी शिफ्टिंग सिविल निर्माण की पहली जरूरत है। इस प्रोजेक्ट पर काम होगा तो इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ट्रैफिक और रोजमर्रा की जिंदगी पर ज्यादा असर न पड़े। ठेकेदार को संबंधित एजेंसियों और स्थानीय अधिकारियों से समन्वय रखना होगा, ताकि सेवाएं बिना बाधा के जारी रहें। यह काम एक साल में पूरा करने का लक्ष्य है। आने वाले महीनों में और टेंडर जारी होंगे, जिससे पूरे कॉरिडोर पर एक साथ काम चल सकेगा।
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए एक अनुमानित लागत तकरीबन 33,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह कॉरिडोर दिल्ली से पानीपत के बीच 136 किलोमीटर का होगा। यह यह उत्तर-पश्चिम दिल्ली, नरेला, कुंडली, सोनीपत, गन्नौर, समालखा और पानीपत होते हुए बाद के चरण में करनाल तक पहुंचेगा। सराय काले खान को छोड़कर दिल्ली से पानी के बीच कुल 17 स्टेशन बनाए जाएंगे। बता दें कि इस प्रोजेक्ट को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नवंबर में अंतिम मंजूरा का ऐलान किया था। अब यह प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है जो राजधानी को राहत देगा और हरियाणा के इंडस्ट्रियल शहरों को नई गति प्रदान करेगा।
यात्रियों को अभी तक दिल्ली से पानीपत जाने के लिए 2 से 3 घंटे लगते थे, लेकिन अब नमो भारत ट्रेन से इस दूरी को केवल एक घंटे में ही तय कर ली जाएगी क्योंकि इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटा बताई जा रही है। इस नए प्रोजेक्ट की वजह से दिल्ली-अंबाला हाईवे (NH-44) पर जाम की समस्या कम होगी। इसके साथ ही उपनगरीय शहरों से दिल्ली आना-जाना और आसान हो जाएगा। सराय काले खान स्टेशन तीनों प्राथमिक RRTS कॉरिडोरों (दिल्ली-मेरठ, दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत) का केंद्र होगा। यहां ट्रेनें एक कॉरिडोर से दूसरे पर बिना रुके चल सकेंगी, जिससे कनेक्टिविटी बेहतर होगी। पहले चरण में नरेला से मुरथल तक 22 किमी का काम अक्टूबर से शुरू हो चुका है। वहीं, वर्तमान में दिल्ली-मेरठ RRTS का 55 किमी हिस्सा 11 स्टेशनों के साथ चालू है। नमो भारत ट्रेनें वहां सफलतापूर्वक चल रही हैं। यही मॉडल अब पानीपत तक लागू होगा।
Updated on:
20 Dec 2025 12:54 pm
Published on:
20 Dec 2025 12:51 pm
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